दन्तेवाड़ा

साइबर सेल ने दी डिजिटल अरेस्ट की जानकारी
04-Dec-2024 10:19 PM
साइबर सेल ने दी डिजिटल अरेस्ट की जानकारी

दंतेवाड़ा, 4 दिसंबर। आज के डिजिटल युग में इंटरनेट और तकनीकी उपकरणों का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। इसके साथ ही साइबर अपराध की घटनायें बढ़ रही है। साइबर ठगों के द्वारा साइबर ठगी करने के नये-नये तरीके अपनाये जा रहे हैं।

आज कल साइबर ठगों के द्वारा डिजिटल अरेस्ट नामक तरीके का उपयोग कर रहे हैं! सायबर अपराध की रोकथाम हेतु पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा गौरव राय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन के मार्गदर्शन में जिला दन्तेवाड़ा सायबर सेल के सायबर संगवारी टीम के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत क्षेत्र की जानता को सायबर फ्रॉड एवं डिजिटल अरेस्ट के संबंध में जागरूक कर डिजिटल अरेस्ट के संबंध में जानकारी एवं उपाय बताया गया।

साइबर अपराधी नये नये तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं साइबर ठग लोगों को डिजिटल अरेस्ट स्कैम में फंसा कर डराते, धमकाते हैं। उन पर मनी लॉड्रिंग, ड्रग्स सप्लाई व अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हैं और उनकी मोटी कमाई लूट लेते हैं।

डिजिटल अरेस्ट एक साइबर स्कैम है। डिजिटल अरेस्ट स्कैम में फोन करने वाले कभी पुलिस, सीबीआई, नारकोटिक्स, आरबीआई, कस्टम अधिकारी या दिल्ली, मुम्बई का पुलिस अधिकारी बनकर आत्म विश्वास से बात करते हैं तथा पूछताछ हेतु व्हॉटसप या स्काईप कॉल पर जब कनेक्ट करते हैं तो आपको फर्जी अधिकारी एकदम असली लगते हैं। वे लोग पीडि़त को इमोशनली और मेन्टली टॉर्चर करते हैं। और यकीन दिलाते हैं कि उनके या उनके परिजन के साथ कुछ बुरा हो चुका है या होने वाला है। वे आपको बताते हैं कि आप अपराधी हैं या कहते हैं कि आपके आधार कार्ड, मोबाईल नम्बर का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों में हो रहा है।

सामने बैठा व्यक्ति पुलिस वर्दी में होता है ऐसे में ज्यादातर लोग डर जाते हैं और उनके जाल में फंसते चले जाते हैं।

साइबर अपराध घटित होने पर साइबर क्राईम की शिकायत नेशनल साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल cybercrime.gov.in पर जाकर या 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करें।


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