दन्तेवाड़ा

जनजातीय समाज की विरासत गौरवशाली- किरण देव
16-Nov-2024 3:56 PM
जनजातीय समाज की विरासत गौरवशाली- किरण देव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
दंतेवाड़ा, 16 नवंबर।
जनजातीय गौरव दिवस जावंगा के ऑडिटोरियम में शुक्रवार को गरिमामय तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि किरण सिंह देव ने कहा कि जनजातीय समाज के उत्थान में स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा का योगदान यादगार रहेगा। उनके आदर्श और संघर्ष की गाथा आज भी प्रेरणादायक है। उनकी 150 वीं जयंती को पूरा देश मना रहा है। जनजातीय समाज की विरासत सदैव गौरवशाली रही है। इस समाज नें कभी भी अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं किया। समूचा देश जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। इसका पूरा श्रेय देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। देश के विभिन्न 500 अलग-अलग स्थानों में भव्य समारोह आयोजित किए गए हैं।

उन्होंने बस्तर के  सेनानी गुंडाधुर के योगदान और भूमकाल विद्रोह का भी उल्लेख किया। उन्होंने आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय समाज उत्तरोत्तर प्रगति की ओर अग्रसर है। शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल जैसे विभिन्न कार्यक्षेत्रों मे आज जो सकारात्मक परिवर्तन आया है इसका पूरा श्रेय देश के प्रधानमंत्री को है।   इसके पूर्व ऑडिटोरियम स्थल में प्रधानमंत्री मोदी के बिहार के जमुई जिले में आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। 

राज्य महिला आयोग सदस्य ओजस्वी मंडावी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज में सुधार कर उसे एक नई दिशा दी है। आदिवासियों के शोषण के खिलाफ आवाज उठाकर महान स्वतंत्रता सेनानी सदैव के लिए अमर हो गए। 

इस मौके पर जनपद पंचायत अध्यक्ष  सुनीता भास्कर, नगर पालिका अध्यक्ष पायल गुप्ता, नगर पालिका बचेली अध्यक्ष पूजा साव, नगर पंचायत गीदम अध्यक्ष साक्षी सुराना और जिला पंचायत सदस्य रामू राम नेताम सहित बड़ी संख्या में जनजातीय सदस्य मौजूद थे।

कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा ने भी जनजातीय समाज को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में शालेय छात्र छात्राओं द्वारा लोकनृत्यों का मनभावन प्रदर्शन भी किया गया ।
और आगंतुक अतिथियों ने छात्र-छात्राओं उनके प्रस्तुतियों के लिए पारितोषिक एवं प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह दिए। 

इसके अलावा जिले के सभी  विकास खंडों में आदिवासी जनजातीय दिवस उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें पौधारोपण, धरती आबा, ग्राम उत्कर्ष अभियान, प्रस्तावना  पंचायत विस्तार अधिनियम (पेसा), वन अधिकार अधिनियम , पंचायत विकास सूचकांक , सतत विकास लक्ष्य जैसे कार्यक्रम शामिल हंै। जिसमें पिरामल फाउंडेशन के द्वारा दंतेवाड़ा जिले के समेली, टिकनपाल, मड़से, टेकनार, आदि स्थानों से 250 प्रतिभागियों को सम्मिलित किया गया था।


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