दन्तेवाड़ा

पाहुरनार-मसेनार पूर्ण जैविक ग्राम
06-Oct-2024 2:39 PM
पाहुरनार-मसेनार पूर्ण जैविक ग्राम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दंतेवाड़ा, 6 अक्टूबर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान विकासखण्ड दन्तेवाड़ा के ग्राम मसेनार तथा विकासखण्ड गीदम के ग्राम पाहुरनार को ‘‘संपूर्ण जैविक ग्राम’’ का प्रमाणीकरण दिया।

 ज्ञात हो कि जिले में देश के सबसे अधिक रकबे 65279 हेक्टेयर एवं 110 ग्रामों में 10264 किसानों के द्वारा जैविक खेती की जा रही है। जिन्हें वृहद क्षेत्र प्रमाणीकरण के अन्तर्गत भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के द्वारा जैविक प्रमाणीकृत किया गया है। वर्तमान में जैविक जिला दंतेवाड़ा में विशिष्ट कार्य करने के अंतर्गत जैविक जिला में परिवर्तन कर कृषकों की आजीविका विकास हेतु जैविक खेती में वृहद स्तर पर प्रशिक्षण प्रचार-प्रसार शैक्षणिक भ्रमण सिंचाई एवं आधु संरचना विकास मार्केट लिंकेज इत्यादि के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाकर जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न विभागों एफपीओ प्रमाणीकरण संस्था के संबंध से कार्य किया जा रहा है एवं जिले में रासायनिक उर्वरक एवं रासायनिक दवा पूरी तरह प्रतिबंधित है जैविक खेती को प्रोत्साहित करने हेतु जिले के सभी 220 ग्रामों में तीन चरणों में कृषक खेत पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है एवं 300 से अधिक स्थानीय प्रगतिशील किसानों को राज्य के बाहर प्रशिक्षण देकर जैविक कार्यकर्ता एवं मास्टर चैनल के रूप में तैयार किया गया है। जैविक खेती को बढ़ावा देने हेतु इस खरीफ वर्ष में 1200 हेक्टेयर रकबा में हरी खाद एवं 800 से अधिक रकबा में श्री विधि से खेती किया गया है एवं जिले के सभी 23000 किसानों को ‘‘स्वॉइल हेल्थ काड’’ उपलब्ध कराया जा रहा है।

इस अवसर पर ग्राम कासौली के प्रगतिशील कृषक बोसा राम अटामी द्वारा उन्नत किस्म के अमरुद तथा कमल सिंह नाग ने जैविक विधि द्वारा उत्पादित किया गया चावल की टोकरी मुख्यमंत्री को भेंट दिया गया।

इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन के तत्वावधान में ‘‘नियाद नेल्लानार योजना’’ के तहत मुख्यमंत्री के द्वारा ग्राम पंचायत चेरपाल और गोंगपाल को बस संचालन सेवा प्रांरभ करने हेतु दो बसें प्रदाय की गई। इस यात्री बस संचालन सेवा महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से किया जाएगा। प्रशासन द्वारा दूरस्थ ग्रामों में यात्री बस संचालन को सूचारू रूप से चलाने हेतु 6 बसें और दी जाएगी।

इसके अलावा लाइवलीहुड कॉलेज से वाहन चालक में प्रशिक्षित 2 युवाओं ग्राम धुरली के अनिल तथा ग्राम गामावाड़ा के गौरीश को भी टैक्सी संचालन हेतु स्कॉर्पियो दिया गया। इसके साथ ही जिला प्रशासन के ‘‘पहचान दन्तेवाड़ा नवाचार’’ कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्राम बालपेट के 6 माह के बालक ‘‘धीरज नाग’’ को सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे राशन कार्ड, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र के दस्तावेज भी मुख्यमंत्री के हाथों प्रदाय किया गया। ज्ञात हो कि ‘‘पहचान दन्तेवाड़ा एप’’ अन्तर्गत जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त समन्वय से जिले के सभी नवजात शिशुओं से संबंधित सभी आवश्यक मूलभूत दस्तावेज 4 माह के अंदर उनके पालकों को सौंपे जाने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इससे बच्चों के बड़े होने तक सभी दस्तावेज बिना किसी दिक्कत के उनके पास उपलब्ध होगें और इससे उनके पालकों को इन प्रमाण पत्रों को बनाने हेतु अलग-अलग कार्यालयों में भाग दौड़ करने से मुक्ति मिलेगी।


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