तो कांग्रेस ने कहा दिल्ली और बिहार वाला चुनावी बजट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 1 फरवरी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए शनिवार को संसद में आम बजट पेश किया। बजट में वित्त मंत्री ने मिडिल क्लास को राहत देते हुए न्यू टैक्स रिजीम के तहत 12 लाख रुपये सालाना तक की इनकम को आयकर के दायरे से बाहर रखने का ऐलान किया, इससे मिडिल क्लास और नौकरीपेशा वर्ग के करोड़ों लोगों को फायदा होगा।
भाजपा ने जहां इस केंद्रीय आम बजट का जमकर सराहना की है, वहीं कांग्रेस ने इसे महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी पर कोई ठोस उपाय नहीं करने वाला बजट बताया है। बजट को लेकर भाजपा और कांग्रेस सहित कुछ व्यावसायिक, सीए ने अपनी इस प्रकार प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
सभी वर्गों के उत्थान का बजट- राजेश अग्रवाल
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक राजेश अग्रवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने इस बजट में किसानों के उत्थान के लिए दूरगामी नीतियाँ बनाई हैं। इस बजट में कृषि की उत्पादकता बढ़ाने, दालों के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने, किसानों के लिए यूरिया फैक्ट्री लगाने और किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने के निर्णय किसानों की तरक्की के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।
आम लोगों के जीवन में बदलाव लाने वाला बजट-अनुराग सिंह देव
छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रवक्ता अनुराग सिंह देव ने बजट को लेकर कहा कि यह बजट ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब तक जितने भी बजट पेश हुए हैं, उन्होंने विकास को नई ऊंचाई दी है।यह बजट गरीबों के कल्याण और देश को विकसित बनाने के संकल्प की दिशा में एक नया और मजबूत कदम होगा।
यह 2047 के भारत के निर्माण का, विकसित भारत के निर्माण वाला बजट है,यह आम लोगों के जीवन में बदलाव लाएगा।
सर्वांगीण विकास का बजट -भारत सिंह सिसोदिया
आज संसद में पेश केंद्रीय बजट 2025-26 पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया ने कहा कि इस बजट से मोदी जी का वह वचन फिर से पूरा हुआ है कि जिन्हें कोई नहीं पूछता, उन्हे मोदी जी पुछते हैं। समाज के मध्यम वर्ग और श्रमिक वर्गों के उत्थान के लिए यह बजट ऐतिहासिक और क्रांतिकारी होगा। यह भारत के सुनहरे भविष्य को गढऩे वाला दस्तावेज है। स्वतंत्र भारत के इतिहास के चंद ऐतिहासिक बजटों में से यह एक है।
श्री सिसोदिया ने कहा कि इस बजट ने सिद्ध कर दिया है कि आने वाला समय भारत का है और भारत का स्वर्णिम युवा युग शुरू हो गया है। भारत अब विश्व का नेतृत्व करेगा यह तय हो गया है।
अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा बजट- ओम प्रकाश जायसवाल
भाजपा जिला अध्यक्ष बलरामपुर-रामानुजगंज ओमप्रकाश जायसवाल ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मध्यम वर्ग के अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने वाला बजट पेश किया है। 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई आयकर नहीं लगेगा। मिडिल क्लास को बड़ी राहत दी है।अगले साल मेडिकल कॉलेजों में दस हजार ज्यादा सीटें जोड़ी जाएंगी और अगले पांच सालों में 75,000 सीटें जोड़ी जाएंगी।जल जीवन मिशन को 100 फीसदी कवरेज सुनिश्चित करने के लिए 2028 तक बढ़ाया गया है।
व्यापार-उद्योग को बढ़ावा देने वाला बजट-अखिलेश सोनी
केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए ओबीसी मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी ने कहा कि देश के व्यापार-उद्योग को बढ़ावा देने एवं बड़ी संख्या में रोजगार के सृजन के प्रावधान इस बजट में मौजूद हैं। एमएसएमई को लोन की सीमा 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ रूपए करने का निर्णय, स्टार्टअप के लिए 10 हजार करोड़ का फंड देने एवं अब मेक इन इंडिया के साथ मेक फॉर वर्ल्ड का अभियान भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक निर्णय साबित होगा। 22 लाख श्रमिकों के लिए लेदर स्कीम, एक करोड़ वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा और भारत को खिलौनों का ग्लोबल हब बनाने का निर्णय देश के युवाओं के लिए रोजगार के अनेकों अवसर पैदा करने जा रहा है।
जीवन रक्षक दवाइयों में टैक्स में छूट-अनिल सिंह मेजर
अपने प्रतिक्रिया में वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल सिंह मेजर ने कहा कि भारत के लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए कैंसर व अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज की जीवन रक्षक दवाइयों को पूरी तरीके से टैक्स में छूट दे दी गई है, साथ ही कैंसर के लिए 200 केयर यूनिट भी बनाई जाएंगी।ऐसे संवेदनशील निर्णय पर हम मोदी सरकार का धन्यवाद करते हैं।
आधारभूत संरचना को देगा मजबूती -मधुसूदन
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंडल अध्यक्ष मधुसूदन शुक्ला ने कहा कि आधारभूत संरचना के लिए राज्यों को डेढ़ लाख करोड़ रुपए दिए जाने का निर्णय राज्यों की आधारभूत संरचना को मजबूत करने वाला प्रशंसनीय निर्णय है। साथ ही 1 लाख करोड़ का फंड अर्बन डेवलपमेंट के लिए मिलने से शहरों का विकास होगा।आदिवासी एवं दलित महिलाओं को 5 लाख तक के लोन का प्रावधान किया गया है।
बजट निराशाजनक- टी एस सिंह देव
पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि युवाओं के लिए रोजग़ार बनाने वाली कोई योजना नहीं
गरीबों की आर्थिक उन्नति के लिए कोई उपाय नहीं, दलितों, आदिवासियों, वंचितों के उत्थान की फिर से कोई कोशिश नहीं,किसानों की आय न बढऩे पाए इसकी जरूर पूरी कोशिश है।मनरेगा के बजट में कोई बढ़त नहीं, करोड़ों बेरोजगारों का सहारा भाजपा को ज़रूरी नहीं दिखता।
जीएसटी उतना ही पेचीदा की आम जन से ले कर छोटे व्यापारी बस कर देते जाएं, इस अन्याय कभी समझ न पाएं। भाजपा ने फिर वही किया जिसके लिए वो जानी जाती है -अमीरों की तरफदारी, गरीबों की उपेक्षा।
देश के विकास को गति प्रदान करेगा-एच एस जायसवाल
चार्टर्ड अकाउंटेंट एच एस जायसवाल ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि वर्ष 2005-26 के लिए वित्त मंत्री द्वारा-प्रस्तुत बजट देश के विकास को गति प्रदान करेगा।यह बजट इस बजट में कृषि क्षेत्र ग्रामिण विकास, इन्फ्रास्टक्चर क्षेत्र, चिकित्सा क्षेत्र एमएसएमई सहित. सभी सेक्टर के लिए प्रर्याप्त फंड का प्रावधान /आबंटन किया गया है, जो देश में आर्थिक विकास के साथ रोजगार का भी सृजन करेगा। देश के मिडिल क्लास करदाता जिनकी आय बारह लाख रूपये तक प्रतिवर्ष है उनको करमुक्त रखा गया है यह बहुत बड़ी राहत है। यह बजट समावेशी एवं संतुलित है।
मिल का पत्थर वाला बजट-अंबिकेश केसरी
भाजपा जिला उपाध्यक्ष अंबिकेश केसरी ने विकसित भारत की सिद्धि के दृष्टि से इस बजट को मिल का पत्थर बताया है। उन्होंने कहा कि किसान महिला युवा बेरोजगारों के लिए इस बजट में बहुत सारे प्रावधान है। इसके साथ ही देश के छोटे बड़े व्यापारियों को भी टैक्स में काफी राहत दी गई है।
अब 12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।इसी प्रकार किसान क्रेडिट कार्ड पर कर्ज की लिमिट 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दी गई है 36 जीवन रक्षक दवाओं पर पूरी तरह से ड्यूटी टैक्स खत्म कर दिया गया है। पूरे बजट में अनुसूचित जाति जनजाति समाज की उन्नति की दृष्टि से अनेकों प्रावधान किए गए हैं,किसानों की दृष्टि से फसलों की उपज बढ़ाने के लिए पीएम धन धान्य योजना की शुरुआत एक सराहनीय कदम है।
अंत्योदय की परिकल्पना को साकार करेगा-विनोद हर्ष
भाजपा जिला उपाध्यक्ष विनोद हर्ष ने बजट 2025 को अंत्योदय की परिकल्पना को साकार करने वाला बजट बताया। इस बजट में गरीब युवा अन्नदाता नारी सहित वंचितों के उत्थान के लिए जो प्रावधान किया गया है, निश्चित रूप से वह भारत को विकसित बनाने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है। कृषि स्वास्थ्य अधो संरचना उद्योग बुजुर्ग नागरिक जल जीवन मिशन अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति हवाई सेवा पर्यटन सहित जीवन के हर क्षेत्र का ख्याल रखने वाले इस बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
बेरोजगारी दूर करने कोई ठोस योजना नहीं- शफी अहमद
पूर्व अध्यक्ष,श्रम कल्याण बोर्ड शफी अहमद ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बजट में बेरोजगारी दूर करने को लेकर कोई ठोस योजना नहीं है जबकि देश मे यह एक बड़ी समस्या बन चुकी है। बजट यह भी बतलाता है कि किसानों की आमदनी दुगनी करने के उसके वायदे खोखले थे। बजट में फिर से किसानों को सब्जबाग दिखलाया गया है। एम एस पी बढ़ाने को लेकर बजट में कोई ठोस नीति नहीं है। कुलमिलाकर बजट ने किसानों और बेरोजगार युवाओं को छला है।
मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर नाकाम-आदित्येश्वर
जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बजट प्रस्ताव के मध्यम से स्पष्ट हो गया कि मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर नाकाम साबित हुई है। आज तक के अपने सबसे छोटे बजट भाषण में सरकार ऐसे कोई उपाय नहीं ला पाई जो आम जनता के परचेजिंग पावर को बढ़ाने में मदद करेगा। आयकर की छूट दिखावटी है। बजट में महंगाई को नियंत्रित करने वाले उपाय नदारद हैं। ये आम नहीं खास जनता का बजट है।
2047 तक देश के विकसित राष्ट्र बनने की कोई संभावना नहीं- डॉ. अजय तिर्की
निवर्तमान महापौर अम्बिकापुर डॉ अजय तिर्की ने कहा कि बजट में ऐसी कोई बड़ी घोषणा नहीं हुई है जो स्वास्थ्य, शिक्षा और शहरीकरण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो। इस बजट और इस सरकार के भरोसे 2047 तक देश के विकसित राष्ट्र बनने की कोई संभावना नहीं है।
यह कैसा बजट-नीति सिंह देव
कांग्रेस नेत्री नीति सिंह देव ने बजट को लेकर कहा कि देश के युवा ठगे गए,महिला सशक्तीकरण के लिए बजट में कोई ठोस उपाय नहीं दिखा, शिक्षा के नाम पर केवल लॉलीपॉप दिखाया है। एम.एस.पी को लेकर किसान परेशान हैं। कर में कोई राहत नहीं है। यह बजट गरीबों को और गरीब करने वाला है केवल उधोगपतियों एवं अरबपतियों को राहत देने वाला है और देश के विकाश में बाधा है और मोदी सरकार की अहंकारी बजट है।
बजट भारत सरकार का है या बिहार सरकार का-परवेज आलम
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी,अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव परवेज आलम गांधी ने बजट को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि ये बजट भारत सरकार का है या बिहार सरकार का? क्या किसी ने वित्त मंत्री जी के भाषण में बिहार के अलावा किसी अन्य प्रदेश का नाम सुना?जब देश के बजट की बात होती है तो पूरे देश के लिए बजट में कुछ न कुछ होना चाहिए।ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। आज देश में किसानों की आत्महत्या सबसे बड़ा मुद्दा है। अलग-अलग राज्यों में आत्महत्याओं की संख्या बढ़ती जा रही है। किसान सरकार से बात करना चाहते हैं पर सरकार उनकी नहीं सुन रही है।
सामान्य स्वरूप का बजट- डॉ. आई खान सूरी
केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए ओरिएंटल पब्लिक स्कूल के संचालक डॉ. आई खान सूरी ने कहा कि वर्ष 2025 का केंद्रीय बजट बड़ा सामान्य स्वरूप का है। निम्न मिडिल क्लास को बजट स्लैब में राहत मिली है। सीनियर सिटीजन को छूट मामूली राहत भरी है। किसानों के लिए अपेक्षाकृत नहीं रहा। िशक्षा के लिए मूलभूत सुधार के लिए और अधिक बजट में प्रावधान करना था। आंगनबाड़ी योजना एवं आईआईटी के सिट बढ़ाना ठीक है,शिक्षा के क्षेत्र में सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु बजट में प्रावधान करना सराहनीय है।पहले की तरह ही शिक्षा के प्राइवेट सेक्टर के लिए कुछ नहीं है।
रियल एस्टेट सेक्टर के लिए मिल का पत्थर- सुधीर सिंह
अंबिकापुर के इंजीनियर एवं बिल्डर सुधीर सिंह ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर के लिए यह बजट मिल का पत्थर साबित होगा। बजट में भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास की दिशा में कई ठोस कदम उठाए हैं, जो खासकर आम नागरिक, किसानों, युवाओं और छोटे व्यवसायों के लिए सकारात्मक बदलाव लाएंगे। वित्त मंत्री ने जिस तरह से सामाजिक कल्याण, बुनियादी ढांचा और आर्थिक समावेशन पर जोर दिया है, उससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार का उद्देश्य केवल आर्थिक वृद्धि नहीं, बल्कि समग्र समृद्धि है। आयकर में सुधार, कृषि क्षेत्र में निवेश, और स्वास्थ्य-शिक्षा जैसी योजनाओं के जरिए सरकार ने आम आदमी की उम्मीदों को नई दिशा दी है। इस बजट के जरिए भारत अपनी दीर्घकालिक विकास की यात्रा में और मजबूत कदम उठाएगा।
किसानों को नजर अंदाज किया-राकेश गुप्ता
सरगुजा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि बजट में भारत के मध्यम और गरीब वर्ग को इन डायरेक्ट टैक्स में कोई भी राहत नही मिला, महंगाई-बेरोजगारी के बारे में राहत की कोई बात नहीं है। न एमएसपी में गारंटी- न ही प्रचलित फसलों को लेकर कोई बड़ी घोषणा हुई। आज भी भारतीय किसान प्रतिमाह 13661/- रुपये प्रति माह कमा रहे हैं, जो सरकारी आंकड़ा है कृषि प्रधान देश मे लगातार 11 वर्षों से किसानों को नजऱ अंदाज किया जा रहा है।
डायरेक्ट टैक्स के स्लैब में बदलाव स्वागत योग्य-आशीष मंगल
चार्टर्ड अकाउंटेंट आशीष मंगल ने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट पेशा के लिए वैसे तो यह बजट सामान्य कह सकते हैं,लेकिन मध्यम वर्गीय के लिए यह सबसे अच्छा बजट रहा। टैक्स राहत मिलेगा,स्लैब में बदलाव लाभकारी रहेगा। किसानों के लिए भी अच्छा बजट साबित होगा।किसानों को तो लाभ होगा ही होगा इससे सरकार से किसानों का और विश्वास बढ़ेगा।डायरेक्ट टैक्स के स्लैब में जो बदलाव किया गया है वह स्वागत योग्य है।कुल मिलाकर यह बजट लाभकारी होगा इससे भारत में समृद्धि और विकास के साथ-साथ तरक्की होगी।
छत्तीसगढ़ को निराश करता बजट -ज्योत्सना
कोरबा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने कहा कि केंद्रीय बजट-2025 में मिडिल क्लास, लोवर मिडिल क्लास और गरीबों-किसानों के लिए जो कुछ भी कहा गया है, वह सब अव्यवहारिक है। कोरबा सांसद ने कहा कि देश में कितने लोगों की आमदनी एक साल में 12 लाख से ज्यादा है जिन्हें इस बजट में लाभ मिलता दिख रहा है, लेकिन वहीं दूसरी ओर 4 से 8 लाख पर 5 प्रतिशत और 8 से 12 प्रतिशत पर 10 प्रतिशत टैक्स का क्या मामला है? वित्त मंत्री को स्पष्ट करना चाहिए। ज्योत्सना महंत ने कहा कि बजट छत्तीसगढ़ को निराश करता बजट है। महंगाई कम करने पर कोई बात नहीं की गई है। किसान, मजदूर, गरीब, युवा को सिर्फ आंकड़ें मिलेंगे, जमीनी राहत की कोई गुंंजाईश नहीं दिखती है। सांसद ने मेडिकल कॉजेजों व अस्पतालों में अतिरिक्त सीटें जोडऩे के प्रस्ताव को सराहा है, वहीं जीवन रक्षक कुछ चुनिंदा दवाओं में पिछली बजट की तरह छूट को दर्शाया है लेकिन 80 प्रतिशत से अधिक दवा जो आम लोगों की जरूरत से जुड़ा है उन पर कोई राहत नहीं दी गई है।