डाकलिया पर चुनाव मैदान में उतरने दबाव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अक्टूबर। विधानसभा 2023 को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने विधानसभा के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, जिन्होंने अपने नामांकन भी प्रस्तुत कर दिए हैं।
भाजपा में पूर्व से विधायक रहे डॉ. रमन सिंह जो प्रदेश की सत्ता में तीन बार के मुख्यमंत्री रह चुके, को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने बाहरी उम्मीदवार कह रहे हैं, को राजनांदगांव विधानसभा की टिकट दी गई, जो कांग्रेस की सत्तारूढ़ सरकार में बतौर खनिज विकास निगम के अध्यक्ष बनाए गए थे और जिन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बाल सखा के रूप में भी एक परिचय प्राप्त है। ऐसी परिस्थितियों में राजनांदगांव की जनता जो दोनों ही उम्मीदवारों को बाहरी मानकर भाजपा के डॉ. रमन सिंह को ठाठापुर और कांग्रेस में गिरीश देवांगन को खरोरा का मानकर राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने एक ऐसे उम्मीदवार को विकल्प के रूप मे ढूंढा है। जिसमें राजनांदगांव के सम्मान और स्वाभिमान के लिए विधानसभा चुनाव लड़ाकर जनता से सतत संपर्क जनप्रतिनिधि के रूप में बना सके और लोग आसानी से अपने जनप्रतिनिधि से मिल सके और जनता से सुलभ उपलब्ध रह पाए।
जैन बगीचा में हुई बैठक में गणमान्य लोगों द्वारा दिए गए वक्तव्य में इस बात का जिक्र बार-बार किया गया कि पूर्व में डॉ. रमन सिंह को हमने विधायक बनाया और 5 साल वह नजर नहीं आए, क्या लोग उनसे मिलने अब भी रायपुर जाएंगे और कांग्रेस ने भी बाहरी उम्मीदवार को ला खड़ा किया। जबकि राजनांदगांव में कई ऐसे चेहरे कांग्रेस के हैं, जिन्हें टिकट देने के पश्चात राजनांदगांव विधानसभा का सम्मान निश्चित बढ़ता और हमारे राजनांदगांव को स्थानीय जनप्रतिनिधि उपलब्ध हो जाता। शायद इन्हीं बातों को लेकर जैन बगीचा के आहूत बैठक में लोगों ने अपनी भड़ास भी निकाली।
वहीं पूर्व महापौर नरेश डाकलिया ने कहा कि यह निश्चित रूप से बड़ा दुखद है, कांग्रेस ने भी स्थानीय लोगों को मौका नहीं दिया। जिसको लेकर वह भी नाराज है, मुझे टिकट नहीं दिया उससे मुझे कोई दु:ख नहीं, पर राजनांदगांव के अन्य लोगों को कम से कम टिकट देना था, जो राजनांदगांव के विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी के लिए मेहनत कर रहे हैं।
यह राजनांदगांव के आन-बान और स्वाभिमान की लड़ाई है। राजनांदगांव की जो स्वाभिमान की लड़ाई है, उसको लडऩे के लिए मुझे जरा भी संकोच नहीं है। मुझे पद की लालसा है न किसी ऐश्वर्य की मैंने अपने महापौर के कार्यकाल में जो सेवा और उपलब्धियां को हासिल किया, वह नाम पूरे प्रदेश स्तर पर आज भी लोगों की जुबान पर है। उन्होंने कहा कि जो समर्थन में आज मेरा हौसला अफजाई करने पहुंचे हैं, निश्चित रूप से उनके सम्मान और स्वाभिमान को ठेस नहीं पहुंचने दूंगा। बैठक में आप पार्टी के जिला अध्यक्ष और आप पार्टी के अनेकों कार्यकर्ता भी उपस्थित दिखे। दोनों विधानसभा प्रत्याशियों से रूष्ठ और पूर्व महापौर नरेश डाकलिया के समर्थन में जुटे जैन बगीचा के बैठक में देवेन्द्र श्रीवास्तव लाला, अजय परिहार, बृजेश श्यामकर, आनंद चोपड़ा, दीपक खाती, सुशील गोलछा, ईश्वर पटेल, राजकुमार वैद्य शामिल थे। सभा का संचालन राजेश भोइर ने किया।