‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 31 जनवरी। जिले के खरसिया क्षेत्र में पिछले दिनों घर का दरवाजा तोडक़र पिता-पुत्र को घसीटते हुए बाहर निकालकर मारपीट करने और इस दौरान पिता की मौत हो जाने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज नहीं करते हुए मामूली धाराओं तहत अपराध दर्ज करने के खिलाफ शिकायत लेकर पीडि़त युवक ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए खरसिया क्षेत्र के गंज बाजार निवासी गगन अग्रवाल ने बताया कि 21 जनवरी की रात साढ़े 10 बजे वह अपने घर के सामने टहलते हुए फोन में बात कर रहा था। इसी दौरान उसके घर के सामने रहने वाले अनुराग गर्ग, पिता पवन गर्ग 29 साल पुराने घरेलू विवाद के कारण शराब के नशे में अश्लील गाली गलौज करते हुए उसके पास आया। इस दौरान वह उसे घर जाने को कहा तो वह हाथापाई में उतर आया। इस बीच गगन के पिता अनुप अग्रवाल ने जब बीच बचाव किया तो उन्हें भी जान से मारने की धमकी देते हुए उनसे भी हाथापाई करते हुए धक्का दे दिया, जिससे उन्हें अंदरूनी चोट लगी और फिर मामला शांत हो गया था।
गगन अग्रवाल ने बताया कि मारपीट की घटना के बाद करीब 10 से 15 मिनट पश्चात अनुराग की मां मीना गर्ग, उनके पति पवन गर्ग अपने दोनों बेटों अनुराग एवं मनीष गर्ग के अलावा उमेश गर्ग को उकसाते हुए कहा कि जाओं इनके घर में से मुझे आज एक लाश चाहिए कहते हुए फिर से गाली गलौज करने लगे। इतने में उमेश गर्ग घर से निकलकर गाली गलौज करते हुए घर के बाहर खड़ी गाडिय़ों को आग लगा देने की धमकी देते हुए चिल्लाने लगा।
दरवाजा तोडक़र घर से निकालकर पीटा
गगन अग्रवाल ने बताया कि 21 जनवरी की रात करीब सवा 11 बजे मनीष गर्ग दौड़ते हुए हमारे घर की तरफ आया और दरवाजा तोड़ते हुए घर घुसकर मुझे और मेरे पिता अनुप अग्रवाल को कालर पकडक़र बाहर निकालते हुए बेल्ट से मारपीट की गई। इस दौरान अनुराग, मनीष, मीना, पवन के अलावा उमेश ने भी उनके साथ लात घूंसों से जमकर पीटा।
मारपीट से पिता की मौत
पीडि़त युवक ने बताया कि गर्ग परिवार के सदस्यों ने मेरे पिता की जान लेने के इरादे से उनका गला दबाने लगे। इस दरम्यान बीच बीचाव करने आयी मेरी मां से भी उन्होंने मारपीट की। पीडि़त गगन अग्रवाल ने बताया कि किसी तरह उनके पिता अनुप अग्रवाल मारपीट से घायल अवस्था में बचकर भागने के दौरान गिर गए और वहीं उनकी मौत हो गई।
रात में नहीं लिखी गई एफआईआर
पीडि़त गगन अग्रवाल ने बताया कि मारपीट की शिकायत लेकर जब वे लोग खरसिया चौकी पहुंचे तो मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि अभी टायपिस्ट नहीं है, सुबह आइएगा। ऐसे में उन्हें आशंका है कि पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है।
दहशत में पूरा परिवार
पीडि़त गगन अग्रवाल ने यह भी बताया कि मारपीट की घटना की ऑडियो और वीडियो दोनों रिकॉडिंग साफ-साफ है परंतु इसके बावजूद अभी तक खरसिया पुलिस इस मामले में हत्या का अपराध दर्ज नहीं करते हुए आरोपियों के खिलाफ मामूली धारा लगाई गई है। साथ ही साथ अभी तक किसी भी आरोपियों को पकड़ा गया है। ऐसे में पूरे परिवार में दहशत का माहौल है।
पीएम से पहले ही पुलिस ने कहा हार्ट अटैक से मौत
पीडि़त युवक ने बताया कि मारपीट की घटना में उसके पिता अनुप अग्रवाल की मौत हो जाने के बाद शव का पीएम तक नहीं हुआ था और ऐसे में खरसिया पुलिस ने उससे पहले ही हार्ट अटैक से मौत होने की बात कहती रही, ऐसे में उन्हें आशंका है कि खरसिया पुलिस आरोपियों को बचाने पूरा प्रयास कर रही है।
यहां तक की मारपीट के दौरान मौत हो जाने के बावजूद मामूली धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है।