‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 जून। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के खिलाफ जहां भाजपा ने मोर्चा खोला हुआ है और इस साल के मेरिट पर सवाल उठाया है वहीं सतनामी समाज ने मेरिट लिस्ट के पक्ष में आज मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कहा है कि मेरिट में चूंकि ओबीसी, एससी, एसटी ज्यादा आए हैं इससे दूसरे लोगों को पीड़ा हो रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को आरक्षण विरोधियों की बातों में नहीं आना चाहिए।
सतनामी समाज रायगढ़ वर्तमान छत्तीसगढ़ लोक सेवा के निष्पक्ष पारदर्षिता पूर्ण चयन प्रणाली के विरुद्ध आरोप लगाकर संवैधानिक संस्थान की छवि धुमिल करने का प्रयास कर रही है सतनामी समाज इसकी निंदा करती है। लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य सेवा परीक्षा वर्ष 2021 में निष्पक्षता, पारदर्शिता अपनाने के कारण आरक्षित वर्ग अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के योग्य उम्मीदवारों का अनारक्षित वर्ग के आधे से अधिक पदों पर चयन हुआ है।
पिछले तीन वर्षो से पिछड़े वर्गे के योग्य उम्मीदवार अनारक्षित श्रेणी के पदों पर चयन हो रहे है। इसी प्रकार अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के समस्त पद भरे जा रहे है, तथा इस वर्ग के कुछ उम्मीदवारों ने भी अनारक्षित पद हासिल किये है। यही कारण है कि जातिवादए वर्गवाद के दुषित मानसिकता वाले अनारक्षित वर्ग के कतिपय लोगों ने अधिकारियों एवं नेताओं के परिजनों के चयन को आधार बनाकर आरक्षित वर्ग के योग्य उम्मीदवारों को बदनाम करने व उनकी योग्यता को नकारने का प्रयास कर रहे है। वर्तमान में पहली बार यह स्थिति बनी है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग छत्तीसगढ़ के माटी पुत्रों के हाथ में है जिनके निष्पक्षता पूर्ण कार्रवाई से बाहरी अयोग्य उम्मीदवारों का चयन न होकर उनके स्थान पर स्थानीय योग्य उम्मीदवारों का चयन हुआ है।
सतनामी समाज रायगढ़ के अध्यक्ष लीलाधर बानु खुंटे ,समाज प्रमुख एस पी वारे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर छत्तीसगढ़ शासन से अपिल किया है कि निराधार तत्थ्यहिन आरोपों पर ध्यान न देकर शासन चयनित उम्मीदवारों का नियुक्ति आदेष जल्द जारी करें। आरक्षित एवं पिछड़े वर्ग के युवा मंडल कमीशन विरोधियों का हथियार न बने। जहां तक अधिकारियों शासन पक्ष के नेताओं के परिजनों की चयन का मामला है।
लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न विषयों एवं साक्षातकार के प्राप्त अंक जो जारी किये गये है, से संवैधानिक संस्थान लोक सेवा आयोग के निष्पक्षता एवं पारदर्शिता को दर्शाता है। सभी उम्मीदवारों का चयन योग्यता के आधार पर हुआ है। और यह पहले भी होते रहा है। समाज अनर्गल दुष्प्रचार एवं तत्थ्यहिन आरोप लगा रहें है। दूषित मानसिकता के लोगों को आगाह करती है कि वे प्रदेश में सामाजिक भेदभाव पैदाकर अशांति न फैलायें जिससे सामाजिक सौहाद्र बिगड़े तथा संवैधानिक संस्थान के निष्पक्षता पर आधारहीन आरोप लगाकर उनकी प्रतिष्ठा धुमिल करने का प्रयास न करें।
इस कार्यक्रम में सतनामी समाज रायगढ़ के प्रमुख एस पी वारे जी, अध्यक्ष लीलाधर बानू खुंटे, बसन्त लहरे, रिंकू सोनी, सोनू जाटवर, रवि मिरी, प्रमोद टंडन,जीतु टंडन, सौरभ टंडन, जमीर, बबलू यादव, कपिल टंडन, प्रकाश टंडन, लखन टंडन, गणपति रत्न,अन्य लोग उपस्थित रहे।