कोरबा
कोरबा, 14 जुलाई । जनपद पंचायत कोरबा में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले जनपद अध्यक्ष, फिर सीईओ व अब उपाध्यक्ष के खिलाफ सरपंच लामबंद हुए है। सरपंचों का आरोप है कि उपाध्यक्ष के पुत्र के द्वारा निर्माण कार्य अपने लोगो ंको दिलाने के लिए दबाव बनाया जाता है।
कलेक्टर के द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में लगभग पचास से ज्यादा सरपंचों ने उपाध्यक्ष कौशिल्या देवी वैष्णव का बहिष्कार करने की बात कही है। पत्र के अनुसार शिकायत करने वाले सरपंच जनपद उपाध्यक्ष के पुत्र से परेशान है। आरोप है कि उपाध्यक्ष पुत्र सरपंचों से वसूली करते हैं और अपने साथियों को निर्माण कार्य देने के लिए दबाव बनाते हैं। फिलहाल यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि शिकायत पत्र में कितने सरपंचों ने हस्ताक्षर किए है।
उपाध्यक्ष कौशिल्या देवी वैष्णव और उनके पुत्र आशुतोष वैष्णव के विरूद्ध शिकायत करने वाले ग्राम पंचायत भुलसीडीह, नकटीखार, उरगा, जामबहार, अजगरबहार, खोड्डल, डोंगदरहा, माखुरपानी, फुलसरी, बगबुड़ा, कुकरीचोली, पहंदा, कुरूडीह, पंडरीपानी, गोढ़ी, रजगामार, सकदुकला, कोरकोमा, देवरमार, सेमीपाली, केराकछार, गोड़मा, धनगांव, कछार, मुढुनारा, तिलाईडाँड़, सोनपुरी, चचिया, तौलीपाली, जिल्गा, बरपाली, गिरारी, कटकोना, सिमकेंदा, चिर्रा, श्यांग, अमलडीहा, कोलगा, मदनपुर, पसरखेत, अखरापाली पताढ़ी, मसान, कुदुरमाल, कटबितला, पतरापाली, भैसमा आदि शामिल हंै।