कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव 1 मार्च। सीपीआई कोण्डागांव के जिला सचिव तिलक पाण्डे व राज्य परिषद सदस्य शैलेश शुक्ला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में 1 मार्च को महंगाई का पुतला दहन कर विरोध प्रकट किया गया। इसके बाद राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कार्यालय कोण्डागांव में दिया गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि, वर्तमान में पूरा देश कोरोना नामक बीमारी के संकमण से गुजर रहा हैं। देश की आर्थिक व्यवस्था पूर्ण रुप से चरमरा गई हैं। ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार जनविरोघी निर्णय लेते हुए पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार बृद्धि कर रही हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भी बेतहाशा वृद्धि हो रही है, जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा हैं। एक ओर जहां कोरोना संकमण की वजह से लोगों की क्रय शक्ति घट गई हैं।
वहीं केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमत में वृद्धि से रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि हो रही हैं। जिसकी वजह से आम जनता का जीना मुहाल होता जा रहा हैं। जब अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य को आधार बनाकर डीजल व अन्य पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में बार-बार वृद्धि की गई है तो अब उसमें उतनी ही कमी क्यों नहीं की जानी चाहिए। पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्य में वृद्धि का सीधा असर परिवहन व्यवसाय में पड़ रहा हैं। जिसके परिणामस्वरुप खाने पीने व दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं, गृह निर्माण सामाग्री, यात्री किराया में वृद्धि हो रही है, जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा हैं।
भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी केन्द्र शासन से मांग करती है कि, अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्य में आयी कमी के आधार पर ही देश में पेट्रोलियम उत्पादों का मूल्य निर्धारित करें व आवश्यक वस्तुओं के मुल्यों की समीक्षा कर उसके मूल्यों को नियन्त्रित करे ताकि आम लोगों को कोरोना संकमणकाल में अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो व आमजन राहत की सांस ले सकें।