कोण्डागांव

सर्व समाज सडक़ों पर उतरा, स्वत: दिखा बंद का असर
24-Dec-2025 10:26 PM
सर्व समाज सडक़ों पर उतरा, स्वत: दिखा बंद का असर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव, 24 दिसंबर। कांकेर जिले के आमाबेड़ा क्षेत्र में दो समुदायों के बीच हुए विवाद के बाद उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति के विरोध में सर्व समाज द्वारा आहुत 24 दिसंबर के छत्तीसगढ़ बंद का असर आज कोण्डागांव जिले सहित आसपास के क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से देखने को मिला। बंद के आव्हान के चलते शहर के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, दुकानें, बाजार एवं निजी संस्थान पूरी तरह बंद रहे, जिससे जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ।

सुबह से ही कोण्डागांव के मुख्य बाजार, साप्ताहिक हाट क्षेत्र, सब्जी बाजार, कपड़ा, किराना, होटल सहित अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद नजर आए। बंद का असर ग्रामीण क्षेत्रों में भी दिखाई दिया, जहां अधिकांश स्थानों पर दुकानों के शटर नहीं खुले। हालांकि आपातकालीन सेवाएं, अस्पताल, एम्बुलेंस, पेट्रोल पंप तथा आवश्यक सेवाएं बंद से मुक्त रहीं। शासकीय कार्यालय खुले रहे।

बंद के समर्थन में सर्व समाज के लोग सडक़ों पर उतरते नजर आए। इस दौरान आदिवासी समाज युवा प्रभाग के जिलाध्यक्ष यतींद्र सलाम ने कहा कि, आज कांकेर की घटना के विरोध में बंद का आव्हान किया गया था, जिसका कोण्डागांव में व्यापक समर्थन देखने को मिला और शहर में स्वत: ही बंद नजर आया। उन्होंने आगे चेतावनी भरे लहजे में कहा कि, यदि स्कूलों में क्रिसमस के नाम पर बच्चों के बीच सेंटा का तमाशा चलाया गया, तो संबंधित स्कूलों को बंद कराने के लिए भी आंदोलन किया जाएगा।

शांतिपूर्ण रहा बंद, पुलिस-प्रशासन रहा सतर्क

बंद के मद्देनजर जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग पूरी तरह सतर्क नजर आया। संवेदनशील और अधिक भीड़ वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी। शहर में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना अब तक नहीं मिली और बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। सर्व समाज के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शहर में भ्रमण कर लोगों से सहयोग की अपील करते दिखे।

गौरतलब है कि मंगलवार को कोण्डागांव के पुराना रेस्ट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में सर्व समाज के तत्वावधान में जनजाति सुरक्षा मंच छत्तीसगढ़ के संयोजक गोरखनाथ बघेल ने कांकेर की घटना को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि आमाबेड़ा क्षेत्र में हुए उपद्रव में शामिल लोगों के विरुद्ध केवल सामान्य धाराओं के तहत कार्रवाई की गई, जबकि जनजाति समाज के हितों की आवाज उठाने वालों पर कठोर कार्रवाई की गई, जो न्यायसंगत नहीं है। इसी कथित भेदभाव के विरोध में सर्व समाज ने पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में 24 दिसंबर को संपूर्ण छत्तीसगढ़ बंद का आवाहन किया था। सर्व समाज ने प्रशासन से कांकेर मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर समान और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है। बंद के दौरान आम नागरिकों ने सहयोग करते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद रखे और शांति बनाए रखी। सर्व समाज ने बंद को सफल और अनुशासित बनाने के लिए आमजन का आभार व्यक्त किया है।


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