सरगुजा
सरकारी के साथ निजी अस्पतालों में भी होगा टीकाकरण
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा वैक्सीनेशन पूरी तरह सुरक्षित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 28 फरवरी। स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव रविवार को अपने निवास स्थान तपस्या अंबिकापुर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में हेल्थ वर्करों के टीकाकरण के बाद अब प्रदेश के 100 केंद्रों में 1 मार्च से प्रदेशव्यापी कोविड टीकाकरण की द्वितीय चरण 2.0 की शुरुआत होगी।
इस चरण में वरिष्ठ नागरिकों (60 से अधिक वर्ष के व्यक्तियों) व चिन्हांकित 20 बिमारियों या स्थितियों से ग्रसित 45 से 59 वर्ष के मध्य को-मार्बिड व्यक्तियों का कोविड- 19 टीका लगाया जाएगा। इन लाभार्थियों को शासकीय स्वास्थ्य संस्थायें (मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सिविल अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ एण्ड वेलनेस केन्द्र तथा उपस्वास्थ्य केन्द्र) अथवा पी.एम.जे.ए.वाय, सी.जी.एच.एस. इम्पैनल्ड अथवा मान्यताप्राप्त निजी अस्पतालों में कोविड- 19 टीकाकरण सेवा प्रदाय किया जाएगा। इस चरण में प्रदेश की आबादी के 10 प्रतिशत अर्थात करीब 30 लाख हितग्राही कोविड टीकाकरण से लाभान्वित होंगे।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक स्तर पर 100 टीकाकारण केंद्र बनाये गए हैं, जिनमें 60 शासकीय तथा 40 निजी क्षेत्र के हंै। टीकाकरण केंद्रों की संख्या में क्रमश: वृद्धि होगी।
श्री सिंहदेव ने बताया कि रायपुर, दुर्ग एवं बिलासपुर जिले में 5- 5, रायगढ़, राजनांदगांव एव धमतरी जिले में 3-3 तथा 16 जिलों में एक- एक निजी अस्पतालों को टीकाकारण केंद्र के रूप में चिन्हांकित किया गया है। इसके अतिरिक्त बीजापुर, सुकमा, सूरजपुर, दंतेवाड़ा सहित 6 जिले के एक भी निजी अस्पताल टीकाकरण केंद्र में रूप में चिन्हांकित नहीं की गई है। इन जिलों में निजी अस्पतालों को टीकाकरण केंद्र के रूप में चिन्हांकित करने हेतु संबंधित जिला प्रशासन स्वयं आवश्यक पहल और व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। शासकीय अस्पतालों में कोविड-19 टीकाकरण नि:शुल्क किया जाएगा, परन्तु निजी अस्पतालों में अधिकतम 100 रुपए सर्विस शुल्क तथा 150 रुपये वैक्सीन हेतु भुगतान करना होगा। इस प्रकार कुल 250 रुपये प्रति लाभार्थी प्रति डोज लिया जाएगा । यह शुल्क लाभार्थी द्वारा देय होगा। निजी अस्पतालों को राशि रूपये 150/- प्रति व्यक्ति प्रति वैक्सीन डोज राष्ट्रीय स्तर पर संस्थित नेशनल हेल्थ ऑथोरिटी कोविड वैक्सीनेशन के खाते में प्रदाय करना होगा जिसके पश्चात ही निजी अस्पतालों को वैक्सीन प्रदाय किया जाएगा। इस संबंध मे खाता संबधी विस्तृत जानकारी एवं दिशानिर्देश जिलों को पृथक से जारी किए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ऐसे निजी स्वास्थ्य संस्थायें जो कोविड-19 टीकाकरण सेंटर के रूप में कार्य करेंगे, उन्हें कोविड-19 टीकाकरण के समस्त दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा तथा टीकाकरण के दौरान गुणवत्ता व सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी। साथ ही भारत सरकार द्वारा संचालित कोविड-19 टेक्नोलॉजी प्लेटफार्म का उपयोग करते हुये ही कोविड-19 टीकाकरण किया जाना होगा।
उन्होंने बताया कि लाभार्थियों को टीकाकरण सत्र स्थल पर आधार कार्ड, ईलेक्ट्रॉल फोटो आईडेंटिटी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राईविंग लाईसेंस, पेन कार्ड, एनपीआर कार्ड, पेंशन दस्तावेज (फोटो सहित) तथा 45 से 59 वर्ष के मध्य वाले को-मार्बिड लाभार्थीयों को निधारित प्रारूप (भारत शासन द्वारा जारी में संलग्न ) में जारी प्रमाण पत्र को कोविन 2.0 में अद्यतन करना होगा अथवा प्रमाण पत्र की हार्ड कॉपी टीकाकरण सत्र स्थल पर उपलब्ध कराएंगे।
तीन प्रकार से होगा पंजीयन
श्री सिंहदेव ने बताया कि स्व पंजीकरण हेतु लाभार्थियों द्वारा 1 मार्च से कोविड 2.0 अथवा आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से कोविड- 19 टीकाकरण हेतु स्व पंजीकरण कराया जा सकता है। पोर्टल या ऐप में सरकारी तथा निजी अस्पताल जो कोविड वैक्सिनेशन सेंटर है, प्रदर्शित होगें; साथ ही टीकाकरण हेतु उपलब्ध स्लॉट भी प्रदर्शित होगें। सत्र स्थल पर पंजीकरण हेतु लाभार्थी कोविड टीकाकरण सत्र स्थल पर जाकर वॉक-इन रजिस्ट्रेशन कर, कोविड -19 टीकाकरण करा सकते है। तथा फैसेलिटेटेड कोहॉर्ट पंजीकरण हेतु जिलों द्वारा लक्षित लाभार्थियों को मितानिन, ए.एन.एम., नगरीय निकाय, पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधि व महिला स्व सहायता समूह द्वारा सत्र स्थल पर मोबिलाईज़ किया जाएगा। इस अवसर पर श्रम कल्याण मंडल बोर्ड के अध्यक्ष सफी अहमद, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता, पार्षद द्वितेंद्र मिश्रा भी उपस्थित थे।
प्रदेश में संक्रमण स्थिर
स्वास्थ्य मंत्री ने वार्ता में पत्रकारों द्वारा प्रदेश में फिर से कोरोना महामारी के बढऩे को लेकर पूछे गए प्रश्न के संदर्भ में श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी अभी स्थिर है। महामारी सवा प्रतिशत के नीचे हैं, 5 प्रतिशत के ऊपर गंभीर स्थिति होती है लेकिन यह महामारी कब बढ़ेगा, कोई कह नहीं सकता, इसलिए पहले की तरह सतर्क रहना, हाथ धोना, मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहना महत्वपूर्ण व अनिवार्य है।
को-वैक्सीन की जैसे ही रिपोर्ट आएगी लगावाऊंगा टीका
स्वास्थ्य मंत्री से पत्रकारों द्वारा पूछा गया कि आप कब टीका लगवाएंगे तो उन्होंने कहा कि को-वैक्सीन के तीसरे चरण की रिपोर्ट आएगी तो वह सबसे पहले टीका लगवाएंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि नुकसान ना के बराबर है,कोई भी गंभीर रूप से प्रभावित नहीं हुआ है।