बीजापुर

शिकारियों के जाल में फंसा बाघ, वन अमले ने बचाया, भेजा जंगल सफारी
17-Apr-2025 6:13 PM
शिकारियों के जाल में फंसा बाघ, वन अमले ने बचाया, भेजा जंगल सफारी

5 से 6 वर्ष का बताया जा रहा है बाघ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बीजपुर, 17 अप्रैल। बीते कुछ दिनों से जंगल में एक बाघ के देखे जाने की सूचना लगातार वन विभाग को मिल रही थी, वहीं बाघ के द्वारा बीते दिनों एक ग्रामीण के ऊपर हमला किये जाने से मौत हो गई थी, वहीं शिकारियों द्वारा बाघ को फंसाने के लिए लगाए गए जाल में फंसने से बाघ घायल होने के साथ ही भाग गया था, जिसकी सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने जंगल में जाकर रेस्क्यू करने के साथ ही बाघ को सही सलामत जंगल सफारी भेज दिया गया।

 बता दें कि शिकारियों के बिछाए जाल में फंसने की वजह से एक बाघ घायल हो गया। वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू करने के साथ ही घायल बाघ को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए जंगल सफारी के लिए रवाना कर दिया गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजापुर जिले के इंद्रावती टाइगर रिजर्व फारेस्ट के बफर जोन कांदुलनार, मोरमेड़ और तोयनार गांव के बीच घने जंगल के इलाके में एक बाघ शिकारियों के द्वारा लगाए गए तार के फंदे में फंस गया।

इस फंदे में फंसने की वजह से बाघ के दोनों पैर बुरी तरह से जख्मी हो गए, जिसकी वजह से बाघ के पैरों के घाव में कीड़े पडऩे और सडऩे शुरू हो गए थे। इसी दौरान वन विभाग की टीम को घटना की  जानकारी मिली। जानकारी मिलते ही वन विभाग की एक टीम तत्काल ही मौके के लिए रवाना हो गई। मौके पर पहुंचते ही वन विभाग की टीम ने घायल बाघ का उपचार करना शुरू किया। सूत्रों के अनुसार घायल बाघ की उम्र 5 से 6 वर्ष बताई गई है। बताया गया कि बीते सप्ताह भर पूर्व बाघ के प्राणघातक हमले से ग्राम कांदुलनार के एक ग्रामीण युवक की मौत हो गई थी।

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