राजनांदगांव, 26 मार्च। जगद्गुरु श्री कृपालुजी महाराज की प्रमुख प्रचारिका धामेश्वरी देवीजी द्वारा 11 दिवसीय दिव्य आध्यात्मिक प्रवचन श्रृंखला का आयोजन 20 से 30 मार्च शाम 7 से 9 बजे तक कम्युनिटी हॉल भोपाल में किया गया। प्रवचन के पहले दिन देवीजी ने शास्त्रों के प्रमाण स्वरूप बताया कि 84 लाख प्रकार की योनियो में मनुष्य शरीर सर्वश्रेष्ठ है, क्योंकि भगवान ने मनुष्यों को ज्ञान शक्ति दी, कर्म करने की शक्ति प्रदान की। जिससे ईश्वर रूपी अंश को जाना जा सकता है। अगर मनुष्य देह पाकर ईश्वर रूपी आनंद को प्राप्त नहीं किया तो मनुष्य शरीर छूटने पर 84 लाख प्रकार की हीन योनियों में भटकना पड़ेगा। मनुष्य देह देवदुर्लभ होता है ,इसी मनुष्य देह को स्वर्ग के देवता भी चाहते है क्योंकि कर्म करने का अधिकार केवल मनुष्य देह में ही संभव है। अन्य सभी योनियां भोग योनियां है। साथ ही यह मनुष्य देह क्षणभंगुर भी है। प्रवचन के अंत में श्री युगल सरकार की आरती हुई। जिसमें समस्त भक्तगणों ने आध्यात्मिक लाभ लिया।