बलौदा बाजार

जगह-जगह अवैध होर्डिंग्स,यातायात बाधित, हादसे की आशंका
25-Mar-2025 3:20 PM
जगह-जगह अवैध होर्डिंग्स,यातायात बाधित, हादसे की आशंका

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार,25 मार्च।  जिला मुख्यालय में सडक़ों के किनारे विभिन्न भवनों समेत चौक चौराहा में अवैध रूप से बिना नगर पालिका की अनुमति के बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगा दिए जाने से पूरे शहर की सूरत खराब हो चुकी है।

पालिका द्वारा ऐसे अवैध होर्डिंग्स लगाने वालों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं किए जाने का नतीजा है कि खतरनाक मोड़ सकरे स्थानों पर लगे होर्डिंग्स की वजह से सामने से आने वाले वहां भी नजर नहीं आते जिससे इन स्थानों पर दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। हैरत की बात है कि पालिका के पास ऐसे अवैध होर्डिंग्स का कोई रिकॉर्ड नहीं है।

गौरतलब है पालिका द्वारा केवल आम चुनाव के दौरान ही संपत्ति निरूपण की कार्रवाई के तहत वैध अवैध होर्डिंग्स हटाने का कार्य किया जाता है। इसके बाद ऐसे मामलों में कार्रवाई शून्य रहती है।

यदि नगर की सडक़ों के किनारे नजर दौड़ी जाए तो ऐसे दर्जनों अवैध होर्डिंग्स की भरमार है। जिन्हें लगातार होर्डिंग्स लगाने अवैध प्रति माह हजारों रुपए किराया वसूल रहे है। वहीं कर वसूली से जूझ रही पालिका को इससे हजारों रुपए की राजस्व की क्षति झेलना पड़ रहा है।

 नगर में कई स्थानों पर यातायात के दबाव वाले क्षेत्रों में ऐसी लापरवाही पूर्वक लगे होर्डिंग्स से यातायात व्यवस्था बाधित कर रहे हैं। नगर के संकरे मार्ग के बीचों-बीच पूरे नगर में डिवाइडर बना हुआ है। इस डिवाइडर के बीचो-बीच पालिका के बड़े यूनिपोल व अन्य छोटे पोल लगे हुए हैं। इनमें बड़े-बड़े होर्डिंग्स में लगाए गए फ्लेक्स तेज हवा आंधी के समय फुटकर सडक़ों पर लहराते हैं और इन्हें टुकड़े भी उखाड़ कर वाहनों के शीशे पर जा गिरते हैं जिससे कभी भी दुर्घटना घटित होने की आशंका बनी रहती है।

भवनों में पुराने व जर्जर होर्डिंग्स दे रहे हादसों को आमंत्रण

नगर के विभिन्न शासकीय व निजी भवनों पर वर्षों से जगह-जगह बड़े होल्डिंग्स छत के ऊपर लगे हुए हैं। जिसमें बहुत से होर्डिंग्स के स्ट्रक्चर में लगे लोहे के एंगल पूरी तरह सड़ चुके हैं।

कुछ स्थानों पर होर्डिंग्स में लगे फ्लैक्स तो विद्युत लाइन के इतने अधिक करीब से गुजरे हुए हैं कि तेज आंधी के दौरान फटे फ्लेक्स विद्युत तार में लिपट जाते हैं। अथवा जर्जर हो चुके होर्डिंग्स के लोहे के एंगल इन तारों से टकराते हैं। जिससे अक्सर जोर की स्पार्किंग होने से विद्युत व्यवस्था भी बढ़ होती है। थोड़ी सी और असावधानी से इन होल्डिंग्स में करंट प्रवाह होने से जनहानि से इनकार नहीं किया जा सकता यही नहीं जर्जर हो चुके स्ट्रक्चर की जांच कर इसे हटाया नहीं गया तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।

पालिका के रिकॉर्ड में केवल 273 होर्डिंग्स

पालिका सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर में डिवाइडर पर लगे 16 यूनिपोल व छोटे 200 नग पोल में ही फ्लेक्स लगाने की अनुमति पालिका से प्राप्त किया गया है। जो निश्चित ही चौंकाने वाला आंकड़ा हैं। यदि अंबेडकर चौक से लेकर जिला न्यायालय 3 किलोमीटर दूर तक सडक़ के दोनों और तथा बड़े मैदान सार्वजनिक स्थान चौक चौराहों पर दृष्टिपात करें तो यहां अवैध होल्डिंग्स की भरमार है।

अत: शहर के सौंदर्य को बनाए रखने एवं होर्डिंग्स की वजह से संभावित दुर्घटना को टालने के लिए ऐसे अवैध होर्डिंग्स को हटाने की के अलावा इन्हें लगाने वालों पर पालिका द्वारा कड़ी कार्रवाई किया जाना आवश्यक प्रतीत होता है।

यह भी उल्लेख है कि फ्लैक्स व होर्डिंग्स के व्यवसाय में संलग्न लोग औपचारिकता के लिए चार-पांच स्थानों पर होर्डिंग्स लगाने की अनुमति पालिका से लेकर इन अनुमति का दुरुपयोग करते हुए दुगने स्थान पर अवैध होर्डिंग्स लग रहे हैं। पालिका के अमलों को जानकारी होने के बावजूद ऐसे अवैध होर्डिंग्स लगाने वालों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है।


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