‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 मार्च। परिवार के लोगों से प्रताडि़त व परेशान पिता ने अपने ही बेटे की हत्या का प्रयास कर फरार हो गया था, जिसे खडग़ांव थाना प्रभारी संजय कुमार यादव के निर्देशन व बसंतपुर पुलिस की मदद से राजनंादगांव से गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार 21 मार्च को मां मन्नोबाई और भाई डेविड घर के बाड़ी में ईंट बना रहे थे, जो शाम लगभग 6 बजे तक ईंट बनाए। प्रार्थिया शाम का खाना बनाई तो रात लगभग 8 बजे प्रार्थिया, उसकी मां और भाई डेविड खाना खाए, उस समय आरोपी पिता घर पर नहीं थे, फिर वे लोग एक कमरे में मां और प्रार्थिया और दूसरे कमरे में भाई डेविड सो गए। रात्रि लगभग 10 बजे भाई डेविड के चिल्लाने की आवाज बचाव-बचाव कर आवाज आई तो प्रार्थिया ने अपनी मां को उठाई और वे लोग डेविड के कमरे की तरफ गए।
वहां देखे तो आरोपी पिता पीलूराम टंगिया से भाई डेविड को मार रहे थे। जिससे डेविड के माथा, सिर, दाहिना कान के पास गहरा चोंट लगा और खून बहा। वे लोग बीच-बचाव करने लगे तो आरोपी पिता ने तुमको भी मार दूंगा बोलकर प्रार्थिया और उसकी मां को मारने टंगिया उठाया, तब वे लोग घर से बाहर भागते बचाव-बचाव चिल्लाए, तब आसपास के लोग उठे तो आरोपी पिता टंगिया लेकर बाड़ी की तरफ भाग गया। इसके बाद डेविड के पास गए तो पड़ोसी लोग भी आ गए थे।
डेविड को चोट वाले जगह से बहुत खून बह गया था। गांव के प्राईवेट वाहन से डेविड को सरकारी अस्पताल मोहला ले गए, जहां पर डेविड का प्राथमिक उपचार कर टांका लगाकर चोट ज्यादा होने के कारण रिफर करने से मेडिकल कॉलेज हास्पिटल राजनांदगांव ले गए, जहां से उसे एक निजी अस्पताल राजनांदगांव ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
प्रार्थिया ने बताया कि आरोपी पिता पीलूराम कुछ काम नहीं करते थे, दारू पीकर गांव में घूमते रहता है। परिजन मना करते थे, इसी बात से नाराज होकर आरोपी पिता ने पुत्र डेविड के सोते समय उसकी हत्या करने की नियत से टंगिया से सिर में वार कर गंभीर चोट पहुंचाया है। रिपोर्ट पर थाना खडग़ांव में अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। आरोपी को बसंतपुर पुलिस की मदद से राजनांदगांव से पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नी पिछले 10 वर्षों से उससे बातचीत नहीं करती तथा पत्नी, पुत्र और पुत्री उसे प्रताडि़त करते हैं, खाना नहीं देते हैं। घटना के बाद वह 5 किमी दूर एक खेत लाडी में टंगिया को छिपाकर रखा था, जिसे ममोरेंडम कथन के आधार पर जब्त किया गया।
प्रकरण में आरोपी के विरूद्ध सबूत पाए जाने से गिरफ्तारी का कारण बताकर 23 मार्च को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर पेश करने पर न्यायालय द्वारा जेल वारंट जारी करने पर जिला जेल राजनंादगांव निरूद्ध किया गया।