‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 20 मार्च। रायगढ़ जिले में गर्मी शुरू होते ही जंगलों और पहाड़ों में आग लगने का दौर जारी है। पहले जहां शहर से लगे पहाड़ों में आग लगने की खबरे सामने आ चुकी है। वहीं, अब ग्रामीण क्षेत्रों के पहाड़ों और जंगलों में आग लगने का दौर शुरू हो चुका है, जो वन विभाग की गर्मी से पहले की तमाम तैयारियों की पोल खोल रहा है। ताजा घटना में खरसिया क्षेत्र के पहाड़ों में पिछले चार-पांच दिलों से आग लगी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, गर्मी के शुरूआती दिनों में शहर से लगे गजमार पहाड़ी, रामपुर पहाड़ी के अलावा आसपास के आसपास के अन्य पहाड़ो में दवानल की घटना सामने आ चुकी है। वहीं, अब खरसिया वन परिक्षेत्र के पहाड़ों में बीते चार दिनों से पलगड़ा पहाड़, बरगढ़ खोला की पहाड़ कुकरी, चोली छाल ,परेवा पहाड़, गीधा मे आग लगी हुई है। साथ ही साथ राष्ट्रीय राजमार्ग बिलासपुर-खरसिया के पलगढा पहाड़, छोटे देवगांव, बोतल्दा के जंगल भी आग की चपेट में आ चुके हैं।
और आलम यह है कि यहां भीषण आग लग चुकी है, जिसे कई किलोमीटर दूर से भी आसानी से देखा जा सकता है।
ग्रामीण बताते हैं कि जंगल और पहाड़ में आगजनी की खबर उनके द्वारा वन विभाग के अधिकारियों को देने के बावजूद वे आग बुझाने नहीं आते हैं। कभी कभार कोई वनकर्मी आ भी जाता है तो वह आग बुझाने में नाकाम होकर वापस लौट जाता है। यही वजह है कि बीते तीन-चार दिनों से यहां के पहाड़ में आग लगी हुई है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि लगातार पहाड़ में आग लगे होने के चलते कई प्रकार के वनस्पतियां, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी जल जाती हैं। इसके अलावा वन्य जीव की जान जोखिम में और कई छोटे जीव जंतुओं की आग की चपेट में आकर मौत भी हो जाती है।