इसी डर से पालिका अधिकारी खुद फीडबैक कर रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,17 मार्च। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के तहत नगर पालिका की मिशन क्लीन सिटी टीम को शहर की सकारात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करना है तथा स्टार रैंक हासिल करना है। इसके लिए इस बार केंद्रीय टीम की गाइड लाइन के अनुसार स्थानीय टीम को जनता से स्वच्छता को लेकर फीड बैक लेना है। लेकिन नगर पालिका की स्वच्छता टीम जनता से फीड बैक ना लेकर केवल उनका मोबाइल नंबर तथा ओटीपी मांगकर फीड बेक के आप्शन पर अपने पक्ष में सभी बिंदुओं पर हां आप्शन पर स्वयं फ ीडबेक भर रही है।
लोगों का कहना है कि शायद पालिका की स्वच्छता टीम को इस बात का भय है कि यदि कोई एक व्यक्ति भी निगेटिव कमेंट करेगा तो स्टार रैंक से 30 अंक काटे जाएंगे। जानकारी मिली है कि पालिका दफ्तर के भीतर ही आने-जाने वाले लोगों के नंबर पूछकर मिशन से जुड़े लोगों द्वारा ऐसा किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार 2023 सर्वे में पालिका को स्टार रैंक मिला था। इस बार मालिका महासमुंद पालिका ने 5 स्टार के लिए भाग लिया है। जिसमें अनेक बिंदुओं पर जनता से फीडबैक लेना है। स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत मार्च के अंतिम सप्ताह में कभी भी अचानक केंद्रीय सर्वे टीम यहां आ सकती है।
जानकारी अनुसार इस बार कुल 10 बिंदुओं पर विशेष फोकस किया जा रहा है। जिसमें शहरवासियों की प्रतिक्रिया, नगेटिव मार्किंग, स्वच्छता तक पहुंच, कचरे का पृथक करण,संग्रह और परिवहन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, उपयोग किये जल का प्रबंधन, सफाई कर्मियों का कल्याण, शिकायतों का त्वरित निवारणए स्वच्छता के लिये वकालत, पारिस्थितिकी तंत्र और संस्थागत मापदंडों को मजबूत करना शामिल है। इस साल स्वच्छता सर्वेक्षण 17 फरवरी से शुरू की जा चुकी है। इस बार इस सर्वेक्षण में निगेटिव मार्किंग को लागू किया गया है। इसका मतलब है कि अगर ए किसी शहर में स्वच्छता के मामले 50 रे फीसदी से ज्यादा कमी पाई गई तो उस शहर न के अंकों में 30 अंक कटे जाएंगे। इस । सर्वेक्षण में आवास और स्वीकृत अन्य परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर भी कड़ी 5 निगरानी रखी जाएगी।
इस सर्वेक्षण में यदि पालिका किसी भी तरह की बोगस जानकारी सर्वेक्षण टीम को देती है तो पालिका के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सर्वे में डेटा की सटीकता से पुष्टि की जाएगी। यूएलबी से मिली इनपुट पर नजर रखी जाएगी। विसंगतियों पर भी टीम फोकस करेगी। बता दें कि सर्वे में बस स्टैंड, सडक़, मोहल्लों में कचरों का जमावड़ा, गंदे पानी की निकासी, स्कूल कॉलेजों के आसपास गंदगी का निपटारा जैसे अनेक बिंदुओं पर केंद्रीय टीम सर्वे करेगी। टीम हर साल बिना किसी सूचना के सर्वे के लिये भी पहुंचती है। चर्चा है कि इस बार भी अचानक टीम शहर पहुंचेगी।