भवन बनने तक अस्थाई रूप से लाइवलीहुड कॉलेज में होगा संचलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 16 मार्च। जिले के शिक्षा क्षेत्र में एक नई शुरुआत होने जा रही है। जिले के सकरी में पहला केंद्रीय विद्यालय खुलने जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन ने तहसील पलारी के ग्राम अमेरा में भूमि आवंटित कर दी है। कलेक्टर दीपक सोनी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
यह केंद्रीय विद्यालय जिले के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा और उनके शैक्षणिक स्तर को ऊंचा उठाने में मदद करेगा।
कलेक्टर दीपक सोनी ने अनुभागीय अधिकारी राजस्व और तहसीलदार पलारी के प्रतिवेदन व अभिमत से सहमत होते हुए तहसील पलारी अंतर्गत ग्राम अमेरा प.ह.न.25 स्थित शासकीय भूमि आवंटित की है। इसके तहत खसरा नंबर 3682/ 1 रकबा 4.242 हेक्टेयर खसरा नंबर 3684 रकबा 0.684 हेक्टेयर और खसरा नंबर 1272/ 1 रकबा 22.849 हेक्टेयर में से कुल 0.648 हेक्टेयर भूमि को छत्तीसगढ़ भू राजस्व संहिता 1959 की धारा 237 ( 3) के तहत नव्या नोइयत परिवर्तन करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार को केंद्रीय विद्यालय स्थापना के लिए आवंटित किया गया है। केंद्रीय विद्यालय भवन और आवासीय परिसर के निर्माण के लिए लगभग 50 करोड रुपए का बजट प्रावधान है। इस राशि से विद्यालय भवन छात्र एवं कर्मचारी आवास बाउंड्री सडक़ पानी आदि की व्यवस्था की जाएगी। निर्माण कार्य केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) या पीआईयू के माध्यम से किया जाएगा।
अनापत्ति प्रमाण पत्र अनिवार्य
जिला प्रशासन में स्पष्ट किया है कि इस भूमि का उपयोग केवल केंद्रीय विद्यालय की स्थापना के लिए ही किया जाएगा। किसी अन्य उद्देश्य के लिए इसका उपयोग नहीं किया जा सकेगा। भूमि पर किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य से पहले संबंधित विभागों से आपत्ति अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होगा। शासन द्वारा समय-समय पर जारी की गई सभी शर्तों का पालन करना होगा।
शहर में 10 एकड़ काफी
केंद्रीय विद्यालय की स्थापना के लिए वर्तमान नियमों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में 10 एकड़ भूमि और शहरी क्षेत्र में 8 एकड़ भूमि की आवश्यकता होती है। महानगरों के लिए यह आवश्यकता चार एकड़ निश्चित है।
विद्यालय में काम से कम 14 करों की व्यवस्था की जाएगी पढ़ाई का अच्छा माहौल बनेगा और सुविधा रहेगी कलेक्टर दीपक सोनी ने कहां प्रस्तावित केंद्रीय विद्यालय के लिए अमेरा में जबलपुर जमीन अधिकृत किया गया है। जल्द ही प्रस्ताव बनाकर निर्माण कार्य की स्वीकृति ली जाएगी। निर्माण कार्य शुरू होने के बाद जिले के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा उच्च स्तरीय शिक्षा की सुविधा होगी।
बलौदाबाजार जिले के इस पहले केंद्रीय विद्यालय की स्थापना से स्थानीय विद्यालयों को बेहतर शैक्षणिक माहौल मिलेगा यह विद्यालय न केवल जिले के शैक्षणिक स्तर को ऊंचा उठेगा बल्कि विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं और उच्च शिक्षा के लिए भी तैयार करेगा।