शासन प्रशासन को नींद से जगाने कई घंटे बैठे भूख हड़ताल में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 16 मार्च। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व किसान संघर्ष समिति के संयोजक अंकित बागबाहरा द्वारा शासन प्रशासन का लौ वोल्टेज के कारण किसानों की समस्याओं की ओर शासन प्रशासन का ध्यान कराने होली के दिन ही खल्लारी विधानसभा मुख्यालय बागबाहरा के मुख्य मार्ग में दिन भर की भूख हड़ताल की। इस हड़ताल में क्षेत्र के आधा सैकड़ा के करीब ग्रामीण पहुंचे।
उक्त सम्बन्ध में अंकित बागबाहरा ने बताया कि पिछले वर्ष 2024 मार्च से बिजली कटौती,लो वोल्टेज, फेस चेंज की की समस्या से लगातार भाजपा की डबल इंजन सरकार की कुम्भकर्णीय निद्रा को जगाने का प्रयास कर रहे हैं इसके बावजूद पिछले वर्ष भर से ज्यादा समय से किसानों को रबी फसल से हतोत्साहित करने जानबूझ कर बिजली कटौती व लो वोल्टेज की समस्या पैदा की जा रही है। इस वर्ष इसके विरोध में पहले 24 फरवरी को लगभग 350 किसानों के साथ कोमाखान, फिर 4 मार्च को जिलाधीष कार्यालय का घेराव किया फिर भी समस्या ना सुधारने पर होली जैसे पवित्र त्योहार के दिन किसानों संग भूख हड़ताल कर गहरी निंद्रा में सोई भाजपा सरकार को जगाने का काम किया।
रंगों के बीच किसान पहुंचे
अंकित ने बताया कि किसान कब खुश होगा,जब फसल अच्छी होगी तो उसके लिये त्योहार तभी है जब फसल अच्छी हो तो उसी बात को दर्शाने सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू हुआ अनशन शाम साढ़े 5 बजे तक जारी रहा और लगातार होली त्योहार होने के बावजूद दूर दूर से किसान बीच बीच मे आ कर भूख हड़ताल में समर्थन देते रहे ।
इस भूख हड़ताल को समर्थन देने मुख्य रूप से पुष्कर चन्द्राकर,आशीष दीवान,तूफान दीवान,राजेन्द्र शर्मा,मनोज चन्द्राकर,इंद्रा चौहान,चयन चन्द्राकर,कबीर साहू,सुनील बेवहार,दीपक नरेडिया, रामकुमार पटेल,राजाराम साहू,हसीम रजा,भागीरथी दीवान,रेशम पांडे, आकाश, गुंजन,प्रवीण,विकास,पुराणिक निराला,डेमन साहू,हेमंत सेन,अशोक अग्रवाल,प्रेम दुबे,आकाश चन्द्राकर,सुनील जैन,रविह केशरवानी,रमेश साहू,जनक निषाद,तुलसी राम,टेकराम कुलदीप, मुकुंद सिन्हा,घनश्याम साहू,चमन पटेल,मानसिंग ठाकुर, सनी कुमार,गोपी साहू,मिनेश्वर साहू,डिगेश साहूआदि किसानों ने स्थल में पहुंच के समर्थन दिया।उक्त किसान क्षेत्र के बोडरीदादर, घोइनाबाहरा, हांथीगढ़, पटपरपाली, सुअरमार, बकमा, कोमा, नवागांव कला, रेवा मोंगरापाली, सोनापुटी, लमकेनी, कोमाखान, मनकी, बोइरगाँव, साल्हेभाटा, सराईपाली, हरदी, कौहाकुड़ा, करहिडिहि, बागबाहरा से लगे ग्रामों के किसान आये थे।
अंत में अंकित ने कहा कि अब भी विष्णुदेव सरकार नही मानी तो आगे अब उग्र आंदोलन की रणनीति बन रही है ।