राजपरिवार के विक्रांत भी चुनाव मैदान में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 फरवरी। खैरागढ़ के पूर्व विधायक दिवंगत देवव्रत सिंह की सुपुत्री शताक्षी सिंह जिला पंचायत सदस्य बनने चुनावी मैदान में है। वह क्षेत्र क्र. 9 से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर किस्मत आजमा रही है। शताक्षी ने कांग्रेस से टिकट की मांग की थी, लेकिन उनकी बजाय पार्टी ने पूर्व मंडी अध्यक्ष दशमत जंघेल को चुनाव मैदान में उतारा है। शताक्षी सिंह को चुनाव चिन्ह भी आबंटित कर दिया गया है।
वह छाता छाप चिन्ह लेकर प्रचार कर रही है। स्व. देवव्रत सिंह की सुपुत्री होने के नाते शताक्षी को जनसमर्थन मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस से अधिकृत करने की मांग लेकर शताक्षी ने आवेदन दिया था, लेकिन अंदरूनी खींचतान के चलते उन्हें मौका नहीं मिला।
उधर खैरागढ़ राजपरिवार के एक और अनुभवी नेता विक्रांत सिंह भी जिला पंचायत सदस्य बनने के लिए फिर से चुनाव मैदान में है।
अविभाजित राजनांदगांव जिला पंचायत के वह निवर्तमान उपाध्यक्ष हैं। खैरागढ़ जिला के अस्तित्व में आने के बाद पंचायत चुनाव पृथक तौर पर किया जा रहा है। विक्रांत क्षेत्र क्र. 4 भुरभुसी से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी हैं। यह संयोग है कि विक्रांत को भी छाता छाप चुनाव चिन्ह आबंटित किया गया है। विक्रांत को चुनाव मैदान में उतारने के लिए पार्टी नेतृत्व ने ही फैसला लिया। ऐसी चर्चा है कि विक्रांत सदस्य निर्वाचित होने के बाद जिला पंचायत उपाध्यक्ष के लिए दावा ठोक सकते हैं।