‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 5 फरवरी। त्रिस्तरीय पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनाव के तहत नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अंतिम दिन जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 से भूनेश्वरी बंजारे ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपने समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल किया। उनके चुनाव मैदान में उतरने से इस क्षेत्र का मुकाबला और भी रोचक हो गया है।
सरपंच से जिला पंचायत तक का सफर
भूनेश्वरी बंजारे राजनीति और समाजसेवा में लंबे समय से सक्रिय रही हैं। पूर्व में वे ग्राम पंचायत कोमा की सरपंच रह चुकी हैं और अब जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 में अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। अपने सरपंच कार्यकाल के दौरान उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए कई कार्य किए, जिससे उन्हें व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है।
अजा के लिए आरक्षित है
जिपं अध्यक्ष पद
गरियाबंद जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित होने के कारण, क्षेत्र क्रमांक 1 से जीतने वाले प्रत्याशी की दावेदारी स्वाभाविक रूप से मजबूत होगी। यही वजह है कि इस बार इस क्षेत्र में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। धनेश्वरी बंजारे की उम्मीदवारी ने अन्य प्रत्याशियों के सामने कड़ी चुनौती पेश कर दी है।
चुनाव में बढ़ी प्रतिस्पर्धा
इस बार जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 में कई उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिससे मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। भूनेश्वरी बंजारे के समर्थकों का कहना है कि वे क्षेत्र की जनता के विकास के लिए पूरी तरह समर्पित हैं और चुनाव में भारी जनसमर्थन के साथ आगे बढ़ रही हैं।
अब चुनाव प्रचार तेज होने के साथ ही प्रत्याशियों के बीच रणनीति बनाने का दौर भी शुरू हो गया है। जनता की पसंद और उम्मीदवारों की मेहनत ही तय करेगी कि इस बार क्षेत्र क्रमांक 1 से कौन विजयी होगा और जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदारी किसके हाथ में जाएगी।