‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 18 जनवरी। विकास खण्ड स्तरीय दिव्यांग बच्चों का आंकलन एवं चिन्हाँकान शिविर जिला अस्पताल गरियाबंद में आयोजित किया गया। उक्त आयोजन में 56 बच्चों का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जो कक्षा पहली से कक्षा बारहवी कि शालाओं में अध्ययनरत है।
मिली जानकारी अनुसार प्रत्येक बुधवार को जिला स्तरीय मेडिकल बोर्ड के डॉक्टर बैठ कर जिला स्तरीय स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का उपचार और दिव्यांग प्रमाण पत्र भी बनाती है अत: दिव्यांग बच्चों का दिव्यांगता प्रमाण पत्रों का नवीनीकरण और नये प्रमाण पत्र बनवाने हेतु समग्र शिक्षा के तहत विकास खण्ड स्त्रोत समन्वयक कार्यालय गरियाबंद द्वारा आंकलन शिविर का आयोजन किया गया था।
इस आँकलन शिविर में श्रवण बाधित 2 बच्चों का, अल्प दृष्टि बाधित 10 बच्चों किया जाँच उपरान्त 2 बच्चों का, अस्थि बाधित 2 बच्चों का, 2 बच्चों बहुदिव्यांग की जाँच हुई। कई बच्चों के द्वारा दिव्यांगता प्रमाण पत्रों का नवीनीकरण करवाया गया। आठ बच्चों को अगले सप्ताह बुलाया गया। अधिगम अक्षमता वाले 04 बच्चों का सायकोलाजिस्ट निराला सर द्वारा कॉउंसलिंग किया गया। सिकल सेल के 08 बच्चों का परिक्षण किया गया।
शिविर में बच्चों के साथ पालको के भोजन की व्यवस्था थी और पालको को बस किराया दिया गया।
शिविर में डॉक्टर हेला सर श्रवण बाधित, डॉक्टर गजेंद्र ध्रुव अस्थि बाधित, डॉक्टर पात्रे अल्प /पूर्ण दृष्टि बाधित, डॉक्टर चौहान मानसिक मंदता के बच्चों की जाँच कर शिविर को सफल बनाया।
आंकलन शिविर के आयोजक विकास खण्ड स्त्रोत समन्वयक तेजेश कुमार शर्मा, बीआरपी तुळजा ध्रुव , रुद्रेश वैष्णव, एश्वर्या सिन्हा, डोमार ठाकुर (समवेशी शिक्षा) संकुल समन्वयक इन्दर प्रीत कुकरेजा, अनूप महाडिक, कृष्ण कुमार बया, प्रशांत डबली, दयालुराम नेताम, हुमेश्वर सिन्हा, चूमेश साहू, का विशेष योगदान रहा।