‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 दिसंबर। बुधवार को भी एसडीएम कार्यालय परिसर महासमुंद में पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. विमल चोपड़ा एवं साथियों ने राजस्व विभाग संबंधी छोटी-बड़ी समस्याओं से पीडि़तों की बात सुनी। साथ ही रजिस्ट्रार कार्यालय जाकर रजिस्ट्रार अधिकारी और दस्तावेज़ लेखकों से बात कर जमीन रजिस्ट्री और जमीन का ब्यौरा ऑनलाइन चढ़ाया जा रहा है या नहीं इसकी जानकारी ली।
इस दौरान डॉ. चोपड़ा ने लोगों के प्रकरणों को निराकरण करने के लिए एसडीएम, तहसीलदार से चर्चा करना चाहा परन्तु कार्यालयीन समय होने के बावजूद एसडीएम उपस्थित नहीं थे। तहसीलदार भी कार्यालय में नहीं मिले। डॉ. विमल चोपड़ा ने एसडीएम तहसीलदार को फोन किया गया पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इसके बाद कार्यालय में उपस्थित नायब तहसीलदार लोगों के बीच आए तो डा. चोपड़ा ने उन्हें तमाम मामले जल्द निराकरण करने की मांग की।
नायब तहसीलदार से बात करने के बाद डॉ. चोपड़ा और साथियों ने रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंच कर रजिस्ट्रार अधिकारी और दस्तावेज लेखकों से मिलकर चर्चा की और जमीन रजिस्ट्री के बाद होने वाले नामांतरण की ऑनलाइन प्रक्रिया की जानकारी ली। इस दौरान रजिस्ट्रार अधिकारी और दस्तावेज़ लेखकों ने कहा कि जमीन रजिस्ट्री होने के बाद रजिस्ट्रार कार्यालय से जमीन के नामांतरण हेतु सारा ब्यौरा तहसीलदार के आईडी में भेज दिया जाता है जिसमें किसी भी दस्तावेज़ की आवश्यकता नहीं होती। सारी की सारी जमीन नामांतरण की प्रक्रिया ऑनलाइन होती है। नामांतरण में कभी भी मिशल की आवश्यकता नहीं होती।
डॉ. चोपड़ा कहते हैं कि राजस्व विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और बाबू, आर आई, पटवारी लोगों से अवैध पैसा वसूलने के लिए मिशल मंगाते हैं। पक्षकारों को परेशान करने के लिए निजी तौर पर ऑफलाइन दस्तावेज मंगाकर परेशान किया जाता है और महीनों क्या वर्षों तक पक्षकार को जमीन के नामांतरण हेतु घुमाया जाता है। शासन का स्पष्ट आदेश है कि नामांतरण, त्रुटि सुधार, बंटवारा जैसे मामलों को 90 दिन के कार्य दिवस के अंतर्गत आवश्यक रूप से पूर्ण किया जाना चाहिए। तथा पक्षकार को बुलाए बिना प्रकरण के पूर्ण होने की जानकारी ऑनलाइन पक्षकार के मोबाइल में सूचना दिया जाना चाहिए।
डॉ. चोपड़ा का आरोप है कि राजस्व विभाग में समय सीमा में कोई भी कार्य नहीं किया जा रहा है। पेपरलेस कार्य भी समय पर पूरे नहीं होते। पक्षकारों से बेवजह कागजात मंगाए जाते हैं। राजस्व विभाग कार्यालय में भ्रष्टाचार करते रंगे हाथ पकड़े गए भ्रष्ट बाबू को कार्यालय में पदस्थ कर दिया गया है। लिखित शिकायत होने के बावजूद भी बड़े अधिकारी बाबू पर कार्रवाई करने के बजाए बाबू को संरक्षण दे रहे हैं। दूर दराज क्षेत्र बसना, पिथौरा से लोग आकर राजस्व दफ्तर का चक्कर लगा रहे हैं। कल वरिष्ठ महिला जसोवंती युधिष्ठिर साहू जीराडबरी पिथौरा के प्रकरण पर डा. चोपड़ा ने चेक लिस्ट कर उनके आवेदन को महासमुंद कलेक्टर को प्रेषित किया है।
उन्हें कहा कि अपने प्रकरणों को अपने विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के पास अवगत कराएं, इतनी दूर आने की आवश्यकता नहीं है। इस दौरान भाजपा नेता मोहन साहू, पवन साहू, पार्षद देवीचंद राठी, विक्की गुरुदत्ता, भरत खत्री, मेघराज चंद्रसेन, हनीश बग्गा, सुरेन्द्र महाराज, डोमार पटेल, सुरेन्द्र यादव डां. चोपड़ा के साथ मौजूद थे।