बलरामपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 15 नवम्बर। भगवान बिरसा मुंडा की 150 जयंती पर आज जिले के ऑडिटोरियम प्रांगण, बाजारपारा में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के जमुई से वर्चुअली जुडक़र कार्यक्रम को संबोधित किया।
उन्होंने बिरसा मुंडा के स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई भूमिका और उनकी प्रेरणादायक जीवनी का उल्लेख करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा आज भी हमारे समाज के लिए एक आस्था के प्रतीक हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में स्मारक सिक्का एवं डाक टिकट जारी किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने 6 हजार 600 करोड़ रुपये के विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। जिसमें जिले के विकासखण्ड वाड्रफनगर में 28 करोड़ 66 लाख रुपये की लागत से बनने वाला एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भी शामिल है।
ऑडिटोरियम प्रांगण में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सरगुजा सांसद चिन्तामणि महाराज, विशिष्ट अतिथि उद्धेश्वरी पैकरा, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य कृष्णा गुप्ता, जनपद अध्यक्ष विनय पैकरा, उपाध्यक्ष भानूप्रकाश दीक्षित, कलेक्टर रिमिजियुस एक्का, गणमान्य नागरिक ओमप्रकाश जायसवाल, ओमप्रकाश सोनी, दिनानाथ यादव, बंशीधर गुप्ता, गोपालकृष्ण मिश्र, दिलीप सोनी, अजीत सिंह, नवीन गुप्ता तथा अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास शहरी 2.0 का विमोचन किया गया। जिसमें सर्वे के माध्यम से छूटे हुए पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद चिन्तामणि महाराज ने छत्तीसगढ़ महतारी की तैल्य चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम को उन्होंने सरगुजिहा बोली में संबोधित करते कहा कि आज बहुत का हर्ष का विषय है की भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने गुरुनानक जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा की बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके अभूतपूर्व भूमिका एवं कार्यों का उल्लेख भी किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विशेष पिछड़ी जनजाति समूहों को समाज की मुख्य धारा से जोडऩे का प्रयास अविस्मरणीय है। प्रधानमंत्री जी की सोच है कि विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय को समाज की मुख्य धारा से जोडक़र आगे बढ़ाना है। इसलिए प्रधानमंत्री जनमन योजना लागू कर उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री जनमन आवास, बिजली, सडक़, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराकर शासन की योजनाओं से लाभान्वित भी किया जा रहा है।
सामरी विधायक उद्धेश्वरी पैकरा ने भगवान बिरसा मुंडा द्वारा जनजातीय समाज के विकास में किए गए उल्लेखनीय कार्यों को साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंशानुरूप मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आदिवासी समुदाय के लिए कई जनकल्याणकारी कार्य किए जा रहे हैं, जो मुख्यमंत्री के सुशासन की देन है।
जनपद उपाध्यक्ष भानूप्रकाश दीक्षित ने भगवान बिरसा मुंडा की आजादी की लड़ाई में उनके योगदान का वर्णन करते हुए कहा कि उन्होंने आजादी की लड़ाई में अहम भूमिक निभाई थी। साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में जल, जंगल, जमीन को बचाने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान भी दिया।
इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत 6 लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड, कृषि विभाग अंतर्गत 10 हितग्रहियों को मसूर बीज मिनीकिट, समाज कल्याण विभाग द्वारा 02 दिव्यांग को मोटराइज ट्राईसायकल का वितरण, 13 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं 12 सहायिकाओं को उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए शील्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही जिला स्तरीय ओलंपियाड में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विजेता प्रतिभागियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया और खेल के क्षेत्र में उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित करते हुए आगे बढऩे प्रेरित किया। जनजातीय गौरव दिवस पर स्कूली बच्चों द्वारा आदिवासी संस्कृति पर आधारित मनमोहक नृत्य का प्रदर्शन किया गया, जो आदिवासी संस्कृति की समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित करते हैं। स्कूली बच्चों द्वारा आदिवासी संस्कृति पर आधारित नृत्य प्रदर्शन करना आदिवासी संस्कृति के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना है।
सांसद चिंतामणि महाराज के साथ अन्य अतिथियों ने मुख्य कार्यक्रम स्थल पर लगे विभागीय स्टॉलों का अवलोकन किया। इस दौरान सांसद श्री महाराज ने स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल में अपना मधुमेह जांच करवाया और लोगों को शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए थे, जिनमें नगरीय प्रशासन, आदिवासी विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग शामिल थे। साथ ही स्टॉल के माध्यम से विभागों द्वारा विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। जिससे लोगों को सरकारी योजनाओं और सेवाओं के बारे में जानकारी मिली।