गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 13 नवंबर। नगर के हृदय स्थल सदर रोड में स्थित दिगंबर जैन मंदिर के जैन भवन में स्वाध्याय माताजी एवं चर्या माताजी के पावन सानिध्य में सिद्ध चक्र महामंडल विधान का आयोजन 8 नवंबर से शुरू हो गया है। जो 15 नवंबर समापन होगा। सिद्ध चक्र महामंडल विधान द्वारा मैना सुंदरी ने अपने कोड़ी पति का कोड ठीक कर निरोगी बना दिया था।
इस विधान में भाग लेने से रोग शोक भय दूर हो जाते हैं एवं व्यक्ति अपना मोक्ष मार्ग प्रशसत करता है दीपावली के बाद अस्टांनिका महापर्व में 8 दिनों का यह विधान चलता है। नगर में दिगंबर जैन समाज मे इस विधान को लेकर समाज अत्यंत हर्ष एवं उल्लास का माहौल है। गोटेगांव से पधारे पंडित नितिन जी शास्त्री द्वारा समस्त कार्यक्रम को उत्साहपूर्वक संपन्न कराए जा रहे हैं। उनके साथ देने जबलपुर से अंशुल जैन एंड पार्टी अपनी संगीत लहरियों के साथ विधान में चार चांद लगा रहे हैं। विधान के प्रथम दिन नवदेवता पूजन, नंदीश्वर दीप पूजन के बाद सिद्ध चक्र महामंडल विधान के 8 एवं 6 अघ्र्य चढ़ा भक्ति की गई।
विधान में सौधर्म इंद्र बनने का सौभाग्य शुभम, रिया, चौधरी ईशान इंद्र बनने का सौभाग्य निशांत नीतू चौधरी सनत कुमार इंद्र अनीता किशोर सिंगई गई महेंद्र इंद्र संमता रविंद्र सिंगई परिवार को प्राप्त हुआ। विधान प्रारंभ में राजकुमार रवि जैन के द्वारा ध्वजारोहन किया पूरे विधान में कुबेर इंद्र बनाकर रतन की वर्षा करने का अवसर ममता सुरित जैन परिवार को एवं यज्ञ नायक बनने का अवसर प्रभात लवली जैन को मिला। विधान में प्रतिदिन मैना सुंदरी श्रीपाल बनाए जाते हैं जिसका सुअवसर सीमा प्रकाश जैन, सुनील मनीशा जैन, रवि प्रियंका जैन, आशीष सुप्रिया चौधरी, आकाश नीलम जैन परिवार को प्राप्त हुआ। मंडल पर मंगल कलश स्थापना अंजलि पहाडिय़ां कामिनी चौधरी ज्योति जैन प्रेमा गंगवाल उषा जैन के द्वारा किया गया।