जान्जगीर-चाम्पा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 20 अक्टूबर। विधायक व्यास कश्यप कलेक्टर से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। इस दौरान कार्यालय के बाहर कुछ ग्रामीण अपनी समस्याओं के समाधान के लिए कलेक्टर से मिलने के इंतजार में थे। मौके पर विधायक को देखकर ग्रामीणों ने उनसे सहायता की मांग की। विधायक ने ग्रामीणों को साथ लेकर कलेक्टर से मिलने का प्रयास किया, लेकिन कलेक्टर आकाश छिकारा का रुख अप्रत्याशित रूप से सख्त निकला।
विधायक के साथ ग्रामीणों को देख कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की और उन्हें कार्यालय से बाहर जाने के लिए कहा। जब विधायक ने कहा कि ये ग्रामीण उनके साथ आए हैं, तो कलेक्टर ने तर्क दिया कि तीन से अधिक लोगों को कार्यालय में प्रवेश नहीं मिल सकता। इसके बाद विधायक ने भी आक्रोश में कहा, ‘अगर आम जनता आपसे नहीं मिल सकती, तो मुझे भी कोई आवश्यकता नहीं है,’ और ग्रामीणों के साथ कार्यालय छोड़ दिया।
विधायक के चले जाने के बाद, कलेक्टर को अपनी गलती का एहसास हुआ। उन्होंने संदेश भेजकर विधायक को वापस बुलाने का प्रयास किया, लेकिन विधायक ने मना कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझे जनता ने चुना है, और अगर मैं उसकी समस्याओं को लेकर आपके पास नहीं आ सकता, तो फिर किसके पास जाऊं? अगर आप समस्या का हल नहीं कर सकते, तो यहां बैठे क्यों हैं?’
कलेक्टर के इस व्यवहार से न केवल विधायक बल्कि अन्य जनप्रतिनिधि और आम जनता भी बेहद नाराज हैं। उनके कर्मचारी भी उनके कार्यशैली से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि कलेक्टर अक्सर बैठकों में समय बिताते हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई काम नजर नहीं आता। कलेक्टर से मिलने पहुंचे लोगों को अक्सर घंटों इंतजार करना पड़ता है। कभी-कभी तो कलेक्टर बिना मिले ही चले जाते हैं।