कोरबा

दुर्गा पंडाल में मूक-बधिर बेटी से परिवार का पुनर्मिलन, एक साल बाद सही सलामत मिली
10-Oct-2024 1:31 PM
दुर्गा पंडाल में मूक-बधिर बेटी से परिवार का पुनर्मिलन, एक साल बाद सही सलामत मिली

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 10 अक्टूबर।
नवरात्रि के दौरान आरपी नगर फेस-1 दुर्गा पूजा पंडाल में एक अनोखा संयोग देखने को मिला, जब 1 साल से लापता मूक-बधिर बेटी को परिवार के एक सदस्य ने हजारों की भीड़ में पहचान लिया। यह घटना किसी फिल्मी कहानी की तरह लगती है, लेकिन यह वास्तविक जीवन की सच्चाई है।

भावुक पुनर्मिलन की यह घटना कोरबा जिले के कटघोरा थाना क्षेत्र के ग्राम धवईपुर का है। नवंबर 2023 में नीली नामक 25 वर्षीय मूक-बधिर युवती घर से राशन लेने गई थी और फिर लौटकर नहीं आई। परिवार ने महीनों तक उसे खोजने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अंतत: परिवार ने नीली के मिलने की उम्मीद छोड़ दी और अपने कामों में लग गया।

एक साल बाद, नवरात्रि के अवसर पर, परिवार का एक सदस्य, जो आरपी नगर दुर्गा पंडाल के सामने खिलौनों की दुकान लगाता है, नीली को पंडाल में देखकर चौंक गया। समाजसेवी राणा मुखर्जी, जो ‘अपना घर सेवा आश्रम’ का संचालन करते हैं, ने बताया कि नीली को एक साल पहले 112 पुलिस टीम बीमार हालत में आश्रम लेकर आई थी। आश्रम में मानसिक रूप से बीमार, मूक-बधिर और बेसहारा लोगों की सेवा की जाती है।

8 अक्टूबर को आश्रम के सभी सदस्यों को दुर्गा पंडाल में दर्शन कराने लाया गया था। यहां नीली की पहचान उसके परिवार के सदस्य ने की। इसके बाद, दूरभाष के माध्यम से परिवार को सूचित किया गया और वे तुरंत पंडाल पहुंचे। एक साल बाद अपनी बेटी को सही सलामत देखकर परिवार के सभी सदस्य भावुक हो उठे और उसे गले लगाकर खुशी के आंसू बहाए।  


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