बलरामपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 17 अगस्त। कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप-हत्या मामले में इंसाफ और न्याय की गूंज देश के हर कोने में और तेज होती जा रही है। शहर-शहर, सडक़-सडक़ डॉक्टर इंसाफ मांग रहे हैं। इसी तारतम्य में आज रामानुजगंज शासकीय अस्पताल के समस्त डॉक्टर एवं ब्लॉक स्तरीय सैकड़ों कर्मचारियों ने अस्पताल के सामने धरना दिया। इस दौरान अस्पताल में इमरजेंसी सेवा छोडक़र बाकी सभी सेवाकार्य को बंद कर दिया गया था।
ज्ञात हो कि 8 -9 अगस्त की रात में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप की घटना हुई। इसके बाद आरोपी दरिंदे ने डॉक्टर की हत्या भी कर दी थी। डॉक्टर एमडी द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। वह मेडिकल कॉलेज में ही डॉक्टर की ट्रेनिंग ले रही थी। इस महिला डॉक्टर के साथ हुए वीभत्स घटना एवं हत्या को लेकर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी डॉक्टर एवं स्टाफ सैकड़ों की संख्या में अस्पताल के सामने धरना देकर इंसाफ दो इंसाफ दो एवं अन्य नारों के साथ अपनी आवाज शासन तक पहुंचा रहे हैं ताकि भविष्य में दुबारा ऐसी घटना कभी भी न होने पाये।
इस संबंध में बीएमओ डॉ. हेमंत दीक्षित ने बताया कि आज हम सभी पूरे ब्लॉक के डॉक्टर एवं पूरे मेडिकल स्टाफ के द्वारा न्याय एवं दोषियों पर सख्त कार्यवाही हेतु धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं। हम सभी डॉक्टरों के सुरक्षा एवं न्याय के लिए प्रशासन को एक निश्चित कदम उठाते हुए सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है, तभी देश में डॉक्टर सुरक्षित रहकर जन सेवा कर सकते हैं। अन्यथा जब हमलोग ही सुरक्षित नहीं हैं तो फिर दिन-रात सेवा देना व्यर्थ है।