‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 27 जून। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में मानसून की पहली बारिश ने ही पूरे जिले को भिगोकर रख दिया है। कृषि कार्यों में तेजी देखने को मिल रही है, लेकिन अब चूंकि बारिश थम नहीं रही है, तो किसान खेतों को सुरक्षित करने में लगे हुए हैं, क्योंकि खेत अब ओवरफ्लो चल रहे हैं, और किसान अपने खेतों से पानी निकालने की जुगत में लगे हुए हैं। पहली ही मानसून में झड़ी देखने को मिल रही है इतने दिनों से मौसम में छाई गर्मी एक ही दिन में खत्म हुई है, वहीं शहरी इलाकों की बात करें तो जलमग्न जैसी स्थिति भी निर्मित हो रही है।
बालोद में कई जगह भरा पानी
बात जिला मुख्यालय की करें तो कई जगहों पर पानी निकासी की की समस्या देखने को मिल रही है जैसे रेलवे कालोनी, बालोद का बूढ़ा तालाब का क्षेत्र वहीं हाईवे किनारे राजहरा चौक में भी जलभराव की स्थिति निर्मित हुई है। नगर पालिका अध्यक्ष अपनी टीम के साथ शहर का दौरा कर रहे हैं, और सुचारू व्यवस्था बनाने में जुटे हुए हैं, वहीं अधूरे सडक़ निर्माण क्षेत्रों में भी जलभराव और कीचड़ के चलते लोगों को आने जाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
तीन दिनों से बरस रहे बादल
ज्ञात हो कि बालोद जिले के सभी विकासखंडों में बारिश का यह चौथा दिन है और पानी एक लय में बरस रही है वहीं रात दमयानी तेज बारिश दर्ज की गई है। सुबह हालत और भी बिगड़ सकते हैं। सोमवार तक बालोद जिले में 16.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जिसमें सबसे ज्यादा बारिश गुण्डरदेही में 21.2 मिमी अरजूंदा में 20 मिमी बालोद तहसील में 14 मिमी और सबसे कम बारिश डोंडी ब्लॉक में 5.2 मिमी दर्ज की गई है, वहीं मौसम विभाग ने बालोद जिले के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है।
तापमान में गिरावट
लगातार हो रही बारिश से मौसम शुष्क नम हों चुका है लोगों ने राहत की सांस ली है वहीं तापमान में 3 से 5 डिग्री की गिरावट भी दर्ज की गई है। मौसम विभाग की माने तो अधिकतम तामपान 25 और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री दर्ज की है।
जानिए तहसील के आंकड़े
तहसील बारिश
बालोद 16.6
गुरुर 14.8
गुण्डरदेही 21.5
डोंडीलोहारा 11.9
डोंडी 5.2
अर्जुदा 20.9
देवरी 11.2
स्वास्थ्य विभाग को रखा अलर्ट
बदलते मौसम बारिश और बीमारियों के खतरे को देखते हुए कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक लेकर पहले ही सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, जिसके परिणाम स्वरूप जिला चिकित्सालय में पहले से ही सारी सुविधाओं को मुहैया कराए जाने के साथ-साथ ग्रामीण स्तर पर मितानिनों के भी अलर्ट पर रखा गया है।