महासमुन्द

सरायपाली स्थित शिशुपाल पर्वत बना ट्रैकिंग का नया प्वाइंट
कोडार में बोटिंग सुविधा के साथ टेंटिंग शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 26 नवंबर। महासमुंद जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन समय समय पर कार्यक्रम आयोजित कर इसे राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय हेरिटेज के रूप में विकसित करने और ज्यादा पहचान दिलाने की कोशिश में है। इससे लोकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलने के साथ-सात स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिल रहे हंै। इसी वर्ष पर्यटन और प्रकृति को बढ़ावा देने एवं जिले की पुरातात्विक एवं संस्कृति से रूबरू कराने के उद्देश्य से टूर डे सिरपुर सायकल यात्रा का भी आयोजन किया गया था, जिसे अच्छा प्रतिसाद मिला।
इसके अलावा ऐतिहासिक पर्यटन स्थल सिरपुर को विकसित करने के लिए विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के माध्यम से कार्यवाही की जा रही है। पर्यटन की दृष्टि से सिरपुर के साईट को और अधिक विकसित किया जा रहा है। महासमुंद जिले में पहाड़, नदी, जलाशय एवं ऐतिहासिक और पुरातत्व महत्व के अनेक दर्शनीय स्थल हैं। जनता के सुझावों से जिले के पर्यटन स्थलों को और अधिक विकसित किया जा रहा है।
सैलानियों के लिए रायकेरा तालाब में बोटिंग शुरू कर दी गई है। जिले के सरायपाली स्थित शिशुपाल पर्वत ट्रैकिंग का नया प्वाइंट बना है। शनिवार और रविवार को यहां पर्यटकों की सबसे ज्यादा भीड़ होती है। कोडार में बोटिंग सुविधा के साथ टेंटिंग शुरू हुए अभी कुछ समय बीता है। यहां के वन चेतना केंद्र कुहरी इको पर्यटन कोडार जलाशय में विभिन्न विभागों के द्वारा सैलानियों के सुख.सुविधा के लिए अपने.अपने स्तर से विभिन्न सामग्रियां मुहैया करा रही है।
कोडार जलाशय में नौका विहार के लिए बोटिंग की सुविधा सैलानियों को उपलब्ध है। वहीं कम दाम पर टेंटिंग में ठहरने के इंतजाम भी किए गए हैं। फिलहाल चार टेटिंग लगाए गए हैं जिसमें एक टेंटिंग में दो व्यक्तियों के सोने और आराम करने के लिए पर्याप्त जगह है। टूरिस्ट और बच्चों के लिए क्रिकेट, वॉलीबॉल, कैरम, शतरंज के साथ ही निशानेबाजी की सुविधा भी इस इको पर्यटन केंद्र में उपलब्ध है। कोडार जलाशय नेशनल हाईवे.53 से नजदीक होने के कारण आने.जाने वाले लोगों को यहां सुकून का अनुभव होता है।
हाल ही में राष्ट्रीय सेवा योजना महिला एवं पुरुष इकाई के स्वयं सेवकों के सहभागिता से सिरपुर में विश्व धरोहर सप्ताह मनाया गया। जिसमें पुरूष और महिलाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। जिसमें छात्र.छात्राओं के अलावा सैकड़ों की संख्या में पर्यटक और सैलानियां उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की कार्यप्रणाली, कार्यशैली और पुरातत्व संबंधी जानकारी पर्यटकों को दी गई। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने इस मौके पर सैलानियों को जिले के पर्यटन क्षेत्र की जानकारी के साथ पर्यटन के लिए जिले में किए जा रहे कामों के बारे में बताया।