नाम यथावत रखने केनापारा के ग्रामीणों का चक्काजाम, ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 8 अगस्त। एसईसीएल की वर्षों से बंद ओपन कास्ट खदान की पोखरी नंबर छह में अनुपयोगी पड़े अथाह पानी में मछली पालन सहित बोटिंग सह फ्लोटिंग रेस्टोरेंट सुविधा प्रारंभ कर केनापारा पर्यटन केंद्र के नाम से विकसित किये जा रहे स्थल का नाम परिवर्तित कर जयनगर पर्यटन केंद्र करने की मांग को लेकर जयनगरवासियों द्वारा आंदोलन किए जाने के बाद रविवार को ग्राम केनापारा तेलईकछार के ग्रामीणों द्वारा बरसते पानी में हाईवे पर दस मिनट चक्काजाम कर केनापारा पर्यटन केंद्र का नाम यथावत रखे जाने की मांग किए जाने से अब दो ग्राम पंचायतें आमने-सामने हो गई हैं। इस मामले के तूल पकडऩे पर प्रशासन की परेशानी बढऩे लगी है।
ज्ञात हो कि एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के वर्षों से बंद ओपन कास्ट खदान की पोखरी नंबर 6 में अनुपयोगी पड़े अथाह पानी में करीब दो वर्ष पूर्व 197 लाख रुपए की लागत से मत्स्य पालन बोटिंग एंड फ्लोटिंग केंद्र के नाम से पर्यटन स्थल का शुभारंभ जिला प्रशासन द्वारा किया गया था। इस पर्यटन स्थल का नाम केनापारा पर्यटन स्थल रखा गया है। गत 7 मार्च 2019 को कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह द्वारा केनापारा पर्यटन स्थल का लोकार्पण किया गया था। पर्यटन स्थल का प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव एवं अन्य मंत्री भी अवलोकन कर चुके हैं। मुख्यमंत्री के अवलोकन के बाद जिला प्रशासन लगातार केनापारा पर्यटन स्थल को विकसित करने में जुटा हैं। इसी तारतम्य में पर्यटन स्थल पर लाखों रुपये लागत से महिला स्व सहायता समूह के रोजगार के लिए भवन निर्माण समेत कैंटीन व कॉटेज निर्माण का कार्य युद्धस्तर पर कराया जा रहा है।
केनापारा पर्यटन स्थल का नाम जयनगर पर्यटन स्थल करने की मांग को लेकर ग्राम पंचायत जयनगर के ग्रामीणों द्वारा विगत 12 जुलाई को रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन कर पर्यटन स्थल पर किये जा रहे निर्माण कार्य को रोक दिया गया था। उसके बाद 5 अगस्त को प्रशासनिक आश्वासन के बाद चक्काजाम स्थगित किया गया।
ग्राम पंचायत जयनगर के ग्रामीणों का आरोप है कि अनभिज्ञता के कारण जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायत जयनगर की भूमि पर बनाए गए पर्यटन स्थल का नाम समीपस्थ ग्राम केनापारा के नाम से करते हुए केनापारा पर्यटन स्थल रखा गया है, जबकि संबंधित भूमि ग्राम पंचायत जयनगर की राजस्व सीमा के अंतर्गत आती है। जिसका खसरा नंबर 1565 है। ग्राम पंचायत जयनगर की भूमि पर बनाए गए पर्यटन स्थल का नाम दूसरे गांव केनापारा के नाम से रखे जाने को लेकर जयनगर के ग्रामीणों ने पूर्व में भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर केनापारा पर्यटन स्थल का नाम परिवर्तित कर जयनगर पर्यटन स्थल रखे जाने की मांग की थी।
केनापारा वासियों ने किया चक्काजाम
इधर आज केनापारा पर्यटन स्थल के नाम का बदलाव ना कर यथावत रखे जाने की मांग को लेकर लामबंध केनापारा तेलईकछार के ग्रामीणों ने झमाझम बरसते पानी में दोपहर 12 बजे प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में हाइवे पर दस मिनट चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया। बिश्रामपुर थाना प्रभारी सुभाष कुजूर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने काफी मशक्कत कर हाईवे पर चक्का जाम कर नारेबाजी कर रहे ग्रामीणों को हाईवे से किनारे किया।
आंदोलनकारियों का कहना था कि केनापारा पर्यटन केंद्र का संचालन शुरुआती दौर से ही केनापारा तेलईकछार के समूह द्वारा किया जा रहा है। पर्यटन केंद्र की ख्याति बढऩे से जयनगरवासियों द्वारा केनापारा पर्यटन स्थल का नाम विलोपित कर जयनगर पर्यटन स्थल रखे जाने की मांग किया जाना सर्वथा अनुचित है।
तत्कालीन कलेक्टर एवं एसईसीएल प्रबंधन द्वारा न्याय संगत कार्यवाही करते हुए उक्त पर्यटन स्थल का नामकरण केनापारा पर्यटन स्थल के रूप में किया गया था। यदि दबाव में जिला प्रशासन द्वारा केनापारा पर्यटन स्थल का नाम विलोपित कर जयनगर पर्यटन स्थल किया गया तो ग्रामवासियों एवं महिला स्व सहायता समूह द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
नायब तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
केनापारा तेलईकछार के आंदोलनकारियों द्वारा चक्काजाम के दौरान नायब तहसीलदार माधुरी आँचला को कलेक्टर सूरजपुर के नाम ज्ञापन सौंपकर केनापारा पर्यटन स्थल का नाम यथावत रखने की मांग की। जिस पर श्रीमती आँचला ने आंदोलित ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वे उनकी भावनाओं से अधिकारियों को अवगत कराएंगी। इस दौरान तहसीलदार प्रतीक जायसवाल समेत पटवारी अरुण जायसवाल विश्रामपुर थाना प्रभारी सुभाष कुजूर एवं पुलिस टीम मौजूद रही।
चक्काजाम करने वालों में जनपद सदस्य उषा यादव समेत तेलईकछार सरपंच भारत राम, उपसरपंच विशंभर लाल यादव, निर्मल साहू, कृष्णा गुप्ता, विजय गुप्ता, लवण राजवाड़े, श्याम सुंदर यादव, राम प्रकाश राजवाड़े, पूरन चंद यादव, श्याम लाल साहू, कल्लू गिरी, संतोष यादव ,लखन लाल, राजू गुप्ता, श्रवण सिरदार, रामपाल, शैलेंद्र गुप्ता के अलावा अनिला साहू, सुषमा राजवाड़े, रुकमणी, उषा रजक, खेलन्ति राजवाड़े, खेल कुंवर, प्रेमलता, गायत्री गिरी के नाम प्रमुख हैं।