प्रधान-आरक्षक समेत 8 पुलिसकर्मी लाइन अटैच
थाने में स्वा. कर्मी की मौत का मामला, टीआई व एक आरक्षक पहले ही निलंबित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 27 अक्टूबर। बलरामपुर थाने में एनएचएम कर्मी की हिरासत में मौत के बाद चौतरफा घिरे प्रशासनिक अधिकारियों और हंगामे के बीच घटना से दुखी क्षेत्रीय विधायक सह मंत्री रामविचार नेताम ने दो टूक शब्दों में कहा कि क़ानून अपना काम करेगा। दोषी कोई भी कितना भी बड़ा क्यों न हो कार्रवाई होगी।
इधर मामले में एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। अब कोतवाली थाने में तैनात प्रधान आरक्षक समेत 8 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया है। एसपी वैभव बैंकर रमनलाल ने एक्शन लिया है।इससे पहले इस मामले में थाना प्रभारी और एक आरक्षक को भी निलंबित किया गया था। वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी इस मामले में प्रदर्शन की तैयारी में है।
ज्ञात हो कि गुरुचरण मंडल (30 साल) की पत्नी रीना गिरी 29 सितंबर को लापता हो गई थी। वो इसकी दूसरी पत्नी थी। रीना गिरी की गुमशुदगी की रिपोर्ट गुरुचरण मंडल ने ही थाने में दर्ज कराई थी।
वहीं पुलिस के मुताबिक, रीना गिरी के भाई बदला गिरी ने बलरामपुर एसपी से बहन की हत्या की आशंका जताई। रीना के भाई ने हत्या का शक उसके पति और पिता शांति मंडल पर जताया है। इसके बाद पुलिस गुरुचरण मंडल और उसके पिता से पूछताछ कर रही थी। इसी सिलसिले में गुरुवार को भी थाने बुलाया गया। कुछ देर बाद थाने के बाथरूम में गुरुचरण की लाश फांसी के फंदे पर लटकी। परिजन का आरोप था कि पुलिस ने उससे मारपीट की है, वहीं पुलिस ने आरोप से इंकार करते हुए कहा था कि उसने खुदकुशी की है।
थाने में गुरूचरण मंडल की मौत की सूचना लोगों को मिली तो हंगामा मच गया। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ लोगों ने थाने का घेराव किया। साथ ही थाने और पुलिस की गाडिय़ों पर पथराव भी किया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया।
वहीं घटना के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए देर रात थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और कॉन्स्टेबल अजय यादव को निलंबित किया गया था।
इस मामले में मृतक गुरुचंद के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि बहू के लापता होने के बाद पुलिस वालों के बुलाने पर हम लोग थाने गए थे, जहां हमारे साथ मारपीट की गई है। बेटे को भी मारे हैं और 17 साल के नाती को मारने की भी धमकी दिए हैं।
महिला एएसपी को चप्पल से पीटा
शुक्रवार को शव गृहग्राम ले जाने के दौरान भी लोग आक्रोशित हो गए। भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। भीड़ को कंट्रोल करने पहुंची एएसपी निमिषा पांडे पर भी महिलाओं ने हमला कर दिया था। एएसपी को एक महिला चप्पल से मारती नजर आई थी। हमला और पथराव के दौरान भाग रही निमिषा पांडेय दो बार गिर गईं और घायल हो गई। वे जशपुर में एएसपी हैं। उन्हें बलरामपुर में ड्यूटी में तैनात किया गया है। इससे पहले, मृतक का शव लेने से परिवारजनों और बंगाली समाज ने इनकार कर दिया था।जनप्रतिनिधियों के साथ बाहर से आए पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद रात करीब 8 बजे परिजन-ग्रामीण शव लेने और अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए थे ।
मृतक के घर पहुँचे, ढांढस बंधाया
मंत्री रामविचार नेताम मृतक गुरुचंद मंडल के घर पहुँचे और परिवार से आत्मीय संवाद कर उनका दुख बांटा। कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने मृतक के पुत्र सुजल मंडल को सांत्वना देते हुए कहा कि तुमको जहां तक पढऩा है, जितनी उच्च शिक्षा से लेकर उच्च प्रशासनिक सेवा की कोचिंग तक जो भी करना है। उसका खर्च मैं स्वयं करूंगा। तुम केवल पढ़ाई पर ध्यान लगाओ। क्षेत्रीय विधायक रामविचार नेताम ने व्यक्तिगत स्तर पर पीडि़त और शोकाकुल परिवार को पचास हज़ार रुपए की आर्थिक सहायता भी दी।