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वैश्विक धातु प्रतिस्पर्धा में भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग का योगदान महत्वपूर्ण-पति
02-Mar-2021 1:55 PM
वैश्विक धातु प्रतिस्पर्धा में भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग का योगदान महत्वपूर्ण-पति

बालकोनगर, 2 मार्च। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति ने 58वें नेशनल मेटलर्जिस्ट डे इंटरनेशनल कॉन्फरेंस कऔर 74वें वार्षिक टेक्निकल मीटिंग में भागीदारी की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई और भारतीय धातु संस्थान की ओर से 'सेवेंटी फाइव एंड अस्पायरिंग फॉर ग्लोबल लीडरशिप इन मेटलर्जी एंड मटेरियल इंजीनियरिंगÓ थीम पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में देश के प्रतिष्ठित उद्योगों के विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। 

श्री पति ने बताया कि एनहैंसिंग ग्लोबल कॉम्पिटिटिवनेस ऑफ इंडियन मेटल्स इंडस्ट्रीज विषय पर कांफ्रेंस का उन्होंने नेतृत्व किया। कार्यक्रम में लौह एवं अलौह धातु कर्म तथा बिजनेस सस्टेनिबिलिटी के क्षेत्र में हुई प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई।  आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के साथ ही भारत सरकार के मेक इन इंडिया, स्मार्ट सिटीज, सभी के लिए ऊर्जा उपलब्धता, घरेलु अंतरिक्ष कार्यक्रम, मूल्य संवर्धन, रोजगार सृजन और एसएमई के प्रोत्साहन आदि क्षेत्रों में एल्यूमिनियम उद्योग की भागीदारी महत्वपूर्ण है। 

श्री पति ने बताया कि भारत में एल्यूमिनियम आधारित उद्योगों से 8 लाख से अधिक प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रोजगारों का निर्माण हुआ वहीं 4000 से अधिक डाउनस्ट्रीम एसएमई विकसित हुए। एल्यूमिनियम के विभिन्न मूल्य सवंर्धित उत्पादों का प्रयोग वैमानिकी, रक्षा, ऑटोमोबाइल, विद्युत पारेषण, अधोसंरचना विकास और पैकेजिंग में होता है वहीं बॉक्साइट अयस्क खनन, परिष्करण, रसायन उद्योग, ऊर्जा, मशीनरी आदि के जरिए यह क्षेत्र बड़ी संख्या में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करता है। श्री पति ने यह भी कहा कि कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण दौर में बालको परिवार ने पूरी एकजुटता से संयंत्र का प्रचालन सुचारू बनाए रखा।


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