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रायपुर, 27 नवंबर। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने बताया कि क्षेत्रीय कार्यालय, रायपुर में मंगलवार दिनांक 25.11.2025 को अपराह्न 3.00 बजे श्रम एवं रोजगार मंत्रालय से जुडे विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रमुख मजदूर सघों के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया । बैठक का उद्देश्य आजादी के बाद श्रम कानूनो में किए जा रहे अब तक के सबसे बड़े सुधार के संबंध में कर्मचारी सघों/यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ सार्थक चर्चा करना तथा सभी हितधारकों के बीच इस हेतु समन्वय स्थापित करना था ।
संगठन ने बताया कि भविष्य निधि क्षेत्रीय कार्यालय के सभागार में आयोजित इस बैठक में उप मुख्य श्रमायुक्त (केंद्रीय) कार्यालय से उप श्रमायुक्त श्री बिधान चंद्र नायक, कर्मचारी राज्य बीमा निगम से श्री रत्नेश राजेन्य, उप निदेशक, श्री रोहित गुप्ता, उप निदेशक एवं भविष्य निधि संगठन क्षेत्रीय कार्यालय से कार्यालय प्रभारी एंव क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्तो, श्री जयवदन इंगले, श्री गौरव डोगरा, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त - उपस्थित थे।
संगठन ने बताया कि बैठक के दौरान उपस्थित अधिकारियों ने एक संयुक्त रणनीति के अंतर्गत नई श्रम संहिताओं से संबंधित विभिन्न प्रावधानों और क्रियान्वयन की प्रक्रियाओं को कर्मचारियों, नियोक्ताओं और श्रमिक संगठनों, संघों तक प्रभावी रूप से पहुंचाने के संबंध में विस्तार से चर्चा की ।
संगठन ने बताया कि श्री जयवदन इंगले, क्षेत्रीय भ.नि. आयुक्त ने बताया कि भारत सरकार द्वारा लागू की गई चारों नई श्रम संहिताएं- वेतन संहिता 2019, औद्योगिक संबंध संहिता 2020, सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020 तथा व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्य स्थितियां संहिता 2020 श्रम क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है । दिनांक 21 नवंबर 2025 से इन संहिताओं के लागू होने से निश्चित ही हमारा देश, एक सरल-सहज, आधुनिक और वैश्विक मानकों पर अधारित श्रम कानून और श्रम सुधारों की ओर अग्रसर होगा।


