कारोबार

रायपुर, 4 सितंबर। एसएमसी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने बताया कि धरसींवा क्षेत्र के स्वास्थ्य ढांचे में बड़ा बदलाव आया है। एस.एम् .सी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, धरसींवा में अब जटिलतम ऑपरेशन और गहन चिकित्सा इकाई (ढ्ढष्ट) सहित उन्नत चिकित्सा सुविधाएं शुरू हो चुकी हैं। अस्पताल में मूत्र रोग विभाग , सामान्य शल्य क्रिया विभाग, अस्थि रोग विभाग और स्त्री एवं प्रसूति रोगों से संबंधित ऑपरेशनों की समग्र व्यवस्था उपलब्ध होने से मरीजों का उपचार अब अधिक सहज हो गया है।
हॉस्पिटल ने बताया कि थानीय स्तर पर हाई-एंड सुविधाओं की उपलब्धता से समय, धन और जोखिम—तीनों में कमी आयी है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, संस्थान अत्याधुनिक उपकरणों, मॉनिटरिंग सिस्टम और 24&7 इमरजेंसी के साथ संचालित है। प्रशिक्षित एनेस्थेटिस्ट, (गंभीर चिकित्सा देखभाल )क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ, अनुभवी सर्जन और कुशल नर्सिंग स्टाफ की टीम लगातार तैनात रहती है, ताकि आकस्मिक स्थितियों में भी तत्काल और प्रमाणित उपचार मिल सके।
हॉस्पिटल ने बताया कि हन चिकित्सा के अंतर्गत रोड में दुर्घटना ग्रस्त मरीजों का सुलभ उपचार किया जाता है जिसमे सर के चोट हड्डी का फ्रैक्चर या टूटी हड्डी का इलाज, वेंटिलेटर, कार्डियक मॉनिटर, सपोर्ट सिस्टम और संक्रमण नियंत्रण के मानकों पर आधारित अलग-अलग सेक्शन की व्यवस्था की गई है, जिससे गंभीर मरीजों की सतत निगरानी और सुरक्षित देखभाल सुनिश्चित होती है।
हॉस्पिटल ने बताया कि मूत्र रोग विभाग में किडनी के पथरी का इलाज, मूत्रमार्ग संकुचन जैसी समस्याओं के लिए बिना चीर फाड़ के इलाज की सुविधा है, जिससे मरीजों को कम दर्द, कम रक्तस्राव और कम अस्पताल-निवास अवधि जैसे लाभ मिलते हैं। सामान्य शल्य क्रिया विभाग में बिना चीर फाड़ के साथ पित्त के थैली , हरनिया, एपेंडिक्स सहित कई सर्जिकल प्रक्रियाएं नियमित रूप से की जा रही हैं।