कारोबार

मैदान से मशीन तक हर मोर्चे पर विजयी
बालकोनगर, 11 जुलाई। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने बताया कि सिफऱ् एक औद्योगिक संस्थान नहीं, बल्कि उन सपनों की भूमि है जहां मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास से असंभव को संभव बनाया जाता है। यहां के कर्मचारी अपने कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ-साथ खेलों में भी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बालको का नाम रोशन कर रहे हैं।
बालको ने बताया कि चाहे वह मार्शल आर्ट्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवीन नायक हों, क्रिकेट मैदान में धमाका करने वाली ट्रांसजेंडर गीतू यादव, ऑलराउंडर नरेश कश्यप हों या फिर अंतरराष्ट्रीय बॉडीबिल्डिंग में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे मुकेश कुमार गुप्ता, इन सभी की कहानियां दर्शाती हैं कि बालको का हर कर्मचारी सिफऱ् एक प्रोफेशनल ही नहीं, बल्कि जुनून, अनुशासन और प्रेरणा का प्रतीक है।
बालको ने बताया कि नवीन नायक की स्वर्णिम छलांग, बने स्टेट चैंपियन बिजनेस एनालिस्ट नवीन नायक ने बालको में अपनी पेशेवर भूमिका के साथ-साथ खेल जगत में भी अपनी पहचान बनाई है। उनकी गोल्ड मेडल जीत इस बात का प्रमाण है कि आत्म-नियंत्रण और निरंतर प्रयास से असंभव भी संभव हो जाता है। नवंबर 2024 में कोरबा स्थित एक एमएमए अकादमी से मार्शल आर्ट्स की शुरुआत करने वाले नवीन ने प्रतिदिन सुबह उठकर कराटे, ताइक्वांडो, जूडो, किकबॉक्सिंग और बॉक्सिंग का कठिन प्रशिक्षण लिया। मार्च 2025 से मजबूती के साथ ताइक्वांडो पर केंद्रित अभ्यास शुरू किया।
बालको ने बताया कि मई और जून के महीनों में जब अधिकांश लोग छुट्टियों का आनंद ले रहे थे, तब नवीन ने दिन-रात अभ्यास किया। इस मेहनत का फल उन्हें जुलाई 2025 में मिला, जब उन्होंने छत्तीसगढ़ स्टेट ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर अपनी कड़ी मेहनत को सार्थक किया। यह जीत केवल एक पदक नहीं, बल्कि उनकी इच्छाशक्ति और अनुशासन का प्रतीक है। बालको ऑलराउंडर नरेश कश्यप ने दिखाया ऑफिस की जिम्मेदारियों और खेल की चुनौतियों के बीच संतुलन बनाकर, बालको कर्मचारी नरेश ने यह दिखा दिया कि एक सच्चा खिलाड़ी केवल मैदान में ही नहीं, जीवन के हर क्षेत्र में चमकता है।