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रायपुर, 10 जुलाई। नारायणा हेल्थ एनएचएमएमआई मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर ने बताया कि मध्य भारत की कैंसर चिकित्सा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में डॉ. वरुण शर्मा (एम.सीएच, यूरोलॉजी, पीजीआई चंडीगढ़), वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट द्वारा रायपुर और छत्तीसगढ़ की पहली रोबोटिक-असिस्टेड रैडिकल प्रोस्टेक्टोमी (प्रोस्टेट कैंसर सर्जरी) सफलतापूर्वक की गई।
डॉ. शर्मा ने बताया कि 72 वर्षीय मरीज, जो पेशाब की समस्या और पीएसए स्तर में अत्यधिक वृद्धि के साथ सामने आए थे, में प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि हुई थी। यह जटिल सर्जरी रोबोटिक तकनीक की मदद से अत्यंत कुशलता और सटीकता के साथ की गई, जिसमें अत्यंत कम रक्तस्राव हुआ, आपरेशन के बाद दर्द बहुत ही कम रहा और उल्लेखनीय रूप से, मरीज को केवल दो दिन बाद ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ में प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के एक नए युग की शुरुआत का संकेत देती है, और रायपुर को उन गिने-चुने भारतीय शहरों में शामिल करती है जहाँ यूरोलॉजिकल कैंसर के लिए उन्नत रोबोटिक समाधान उपलब्ध हैं।
हॉस्पिटल ने बताया कि डॉ. वरुण शर्मा, रायपुर और पूरे छत्तीसगढ़ में रोबोटिक प्रोस्टेट कैंसर सर्जरी करने वाले पहले यूरोलॉजिस्ट हैं — जो राज्य के लिए गर्व और चिकित्सा क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा कदम है। डॉ. शर्मा ने अपनी एम.सीएच यूरोलॉजी की पढ़ाई देश के प्रमुख संस्थान पीजीआई चंडीगढ़ से की है। इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क के मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर, माउंट साइनाई हॉस्पिटल, जर्मनी के मार्टिनी क्लिनिक और वियना मेडिकल यूनिवर्सिटी जैसे अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठित केंद्रों से रोबोटिक प्रोस्टेट सर्जरी में उन्नत प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
हॉस्पिटल ने बताया कि उनकी यह वैश्विक विशेषज्ञता अब रायपुर को विश्वस्तरीय कैंसर इलाज केंद्र के रूप में स्थापित कर रही है। भारत में प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में तेजी से बढ़ रही बीमारी है और 2040 तक इसके मामलों के दोगुने होने की संभावना है। इसके बावजूद, आम लोगों में इस बीमारी को लेकर जागरूकता बेहद कम है।