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एडवर्टाइजिंग एजेंसी एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ का ब्रांड मैनेजमेंट पर सेमिनार
रायपुर, 6 जुलाई। एडवरटाइजिंग एजेंसी एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ ने बताया कि होटल सयाजी में ब्रांड मैनेजमेंट पर सेमिनार आयोजित किया गया। नागपुर के डॉ. संजय अरोरा ने ब्रांडिंग की गहराई समझाते हुए बताया कि ब्रांड सिर्फ उसकी विज़ुअल आइडेंटिटी तक सीमित नहीं, बल्कि उसकी असली ताकत उसके इंटैन्जिबल और परसीव्ड वैल्यू में होती है।
एसोसिएशन ने बताया कि उन्होंने कई उदाहरणों से समझाया कि कैसे बड़ी कंपनियां अपने ब्रांड के दम पर मार्केट में टिकती हैं—जैसे साधारण नमक टाटा के नाम से 25 रुपए में बिकता है, जबकि कैच कंपनी 100 ग्राम नमक 25 रुपए में बेचती है। डॉ. अरोरा ने उदाहरण देते हुए बताया कि यह ब्रांड पिछले 130 साल से नंबर 1 है, फिर भी लगातार ब्रांडिंग और एडवरटाइजिंग पर फोकस करता है। उन्होंने ब्रांडिंग एक्टिविटीज़ प्लान करने के लिए एक छोटा सा फ्रेमवर्क भी प्रस्तुत किया, जिससे उपस्थित लोग अपने क्लाइंट्स के लिए ब्रांड की ताकत बना सकें।
एसोसिएशन ने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रिंट मीडिया, होर्डिंग, डिजिटल, एफएम, मार्केटिंग, और एमबीए के छात्र शामिल हुए। एसोसिएशन के अध्यक्ष ओंकार सिंह ने पूरी टीम के योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
एसोसिएशन ने बताया कि मंच संचालन दीपक जैन और मनीष राज्यवर्धन ने किया। कार्यक्रम में शिवाजी मथनी, अजय जैन, अफसर खान, अतुल जैन, पंकज टावरी, राजेश दुग्गड़, ऋषभ पारेख, पंकज गुप्ता, प्रबोध जैन सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।