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एसबीएच विमेन्स हॉस्पिटल में बिना चीर-फाड़ लेजर से इलाज
28-Mar-2025 1:26 PM
एसबीएच विमेन्स हॉस्पिटल में बिना चीर-फाड़ लेजर से इलाज

रायपुर, 28 मार्च। एसबीएच वूमेन हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. स्वाती महोबिया ने बताया कि अक्सर एक महिला के शरीर को कई ऑपरेशन की यातना से गुजरना पड़ता है जैसे कि प्रसव, बच्चेदानी का ऑपरेशन, नसबंदी  इत्यादि और इसके साथ बढ़ती हुई उम्र,  जिससे उनका शरीर अत्यंत कमजोर हो जाता है तथा बहुत सारी परेशानियाँ आती है जैसे आंतरिक सौंदर्य में कमी,यूरिन लीकेज की समस्या, योनि मार्ग का ढीलापन ,दाम्पत्य जीवन मे आनंद कि कमी इत्यादि जिस पर महिलाएं खुल के अपनी परेशानी किसी को बता भी नहीं पाती.

डॉ. महोबिया ने बताया कि आज के आधुनिक समय में, बाहरी सौंदर्य के साथ-साथ आंतरिक सौंदर्य भी अत्यंत महत्वपूर्ण बन चुका है।अक्सर ये देखा गया हैं कि आंतरिक सौंदर्य में बदलाव के कारण महिलाओं में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य उनके निजी जीवन, खासकर दांपत्य पर असर डालता है। इसी पहल में हॉस्पिटल ने  लेजर कास्मेटिक गायनेकोलॉजी डिपार्टमेंट लॉन्च किया है।


 

डॉ. महोबिया ने बताया कि ऐसी सभी महिलाओं के लिए अब गोपनीय सेवा की भी शुरुआत कि गयी हैं। वो महिलाएं जो ऑपरेशन ये टांके या किसी भी चीरा लगने से डरती है उन्हें भी अब घबराने कि जरुरत नहीं है.यह प्रक्रिया पूरी तरह  दर्द रहित हैं। पूरी प्रक्रिया नवीनतम लेजर द्वारा दर्द रहित* तरीके से की जाती है. यह मशीन छत्तीसगढ़ में पहली बार विदेश से आयातित की गई है।  हॉस्पिटल विगत 22 वर्षों से स्त्री रोग/कॉस्मेटिक गायनेकोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, शिशु रोग विभाग , नेत्र रोग. में निरंतर अपनी सेवा दे रहा है. अस्पताल को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित भी किया गया है।


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