कारोबार

रायपुर, 12 जनवरी। कैट ने बताया कि देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि अमर पारवानी की अध्यक्षयता में कैट पदाधिकारियों की मिटिंग हुई। प्रारंभिक रूप से व्यापारी स्वाभिमान वर्ष के अंतर्गत बड़े संकल्प की योजना बनाई गई है जो निम्नानुसार है:-भारत में साइबर धोखाधड़ी की बढ़ती चुनौती और व्यापारियों की सुरक्षा में कैट की भूमिका। जीएसटी चुनौतियां और सरलीकृत और तर्कसंगत कर व्यवस्था के लिए आगे का रास्ता।
कैट ने बताया कि भारत के व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना। व्यापार का डिजिटल रूपांतरण। सामाजिक वाणिज्य (सोशियल कॉमर्स) के माध्यम से व्यवसाय का सशक्तिकरण। युवा नवप्रवर्तकों का पोषण करना, नवाचार, स्टार्टअप और कौशल विकास के लिए युवा भारत को बढ़ावा देना। क्विक कॉमर्स और ई-कॉमर्स का उदय पारंपरिक भारतीय खुदरा के लिए चुनौतियां। भारत की अर्थव्यवस्था को आकार देने में महिलाओं की परिवर्तनकारी भूमिका। निष्कर्ष :- क्विक कॉमर्स और ई-कॉमर्स का उदय भारतीय रिटेल क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव ला रहा है। यह पारंपरिक व्यापारियों के लिए बड़ी चुनौती पेश करता है। हालांकि, रणनीतिक अनुकूलन और उद्योग संगठनों के समर्थन से, पारंपरिक रिटेलर्स अपनी ताकत का लाभ उठाकर इन नए मॉडलों के साथ सह-अस्तित्व और प्रगति कर सकते हैं।