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सिनेमा के क्षेत्र में मौजूद अपार रोजगार संभावनाएं-चांसलर
रायपुर, 3 अक्टूबर। अंजनेय युनिवर्सिटी ने बताया कि कुम्हार के पास जब बर्तन बनकर जाएंगे तो हम टूट जाएंगे, लेकिन जब हम मिट्टी बनकर जाएंगे तो हमें नया आकार मिलेगा, हमें नई संरचना मिलेगी, हमारा नया निर्माण होगा यह कहना है बॉलीवुड फिल्म अभिनेता अनुज शर्मा का। आंजनेय विश्वविद्यालय में वेब सीरीज हीरा मंडी के (हामिद) अनुज शर्मा का व्याख्यान आयोजित हुआ। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में संघर्ष और मेहनत से ही सफलता प्राप्त होती है।
युनिवर्सिटी ने बताया कि ऑडिशन को सिर्फ औपचारिकता न समझें, बल्कि इसे अपनी परफॉर्मेंस में बदलने का प्रयास करें। सिनेमा की दुनिया में प्रतिभा के साथ-साथ धैर्य और समर्पण भी बेहद आवश्यक हैं। अनुज शर्मा ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि अगर हम अपने आप को मिट्टी की तरह तैयार करेंगे, तो जीवन में नए अवसर और सफलता के लिए खुद को फिर से आकार देने की क्षमता विकसित कर सकेंगे।
युनिवर्सिटी ने बताया कि फिल्में समाज का आईना होती हैं, इसलिए ऐसी फिल्मों का निर्माण ऐसा होना चाहिए जो समाज को सकारात्मक दिशा दिखाए और जागरूक करे। सिनेमा सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज में बदलाव लाने का एक सशक्त साधन भी है। उन्होंने कहा कि जीवन में सीखने की यात्रा कभी थमनी नहीं चाहिए।
युनिवर्सिटी ने बताया कि हर दिन एक नया अवसर लेकर आता है, जो हमें कुछ न कुछ सिखाता है। ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती, और सीखने की कोई उम्र नहीं होती। इस अवसर पर भगवान तिवारी ने अनुज शर्मा से उनके फिल्मों में आने की विकास यात्रा पर बातचीत की।