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डॉ. अंकुर सिंघल रामकृष्ण केयर
रायपुर, 25 सितंबर। रामकृष्ण केयर अस्पताल ने बताया कि मिनीमम कट तकनीक के द्वारा जोड़ प्रत्यारोपण की प्रक्रिया पूरी की गई। अभी हाल ही में डॉ. अंकुर सिंघल ने जोड़ प्रत्यारोपण के सभी मरीजों के साथ मिलकर अनुभव पूछे। कई मरीजों का प्रत्यारोपण हुए 2-3 माह तो कई मरीजों का 5 वर्ष हो चुका था। 80 वर्ष के ऊपर वाले मरीजों ने अपना अनुभव बताते हुए डांस भी किए।
अस्पताल ने बताया कि काफी मरीज ऐसे भी थे जिन्होंने अपना सामान्य जीवन जीते हुए तकलीफों से उभरकर डॉ. सिंघल के साथ डांस किया। हम अस्पताल में हर तरह के ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी करते हैं और नतीजे 100 प्रतिशत सफल रहते हैं। सभी मरीज वैसे ही चल सकते हैं जैसे 10-15 वर्ष पहले चलते थे, जब उन्हें घुटने की कोई बीमारी नहीं डॉ. सिंघल ने अब तक सैकड़ों मरीजों की ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी करके उन्हें अर्थराइटिस जैसी परेशानियों से छुटकारा दिलाया है।
डॉ. सिंघल ने बताया कि उन्होंने खासतौर पर मिनीमल कट तकनीक का इस्तेमाल किया है। इस पद्धति में सर्जरी के दौरान छोटा चीरा लगाकर मांसपेशियों और हड्डियों को कम से कम काटा जाता है। इसमें ऑपेशन के तीन ही घंटों बाद मरीज को चलाया जाता है और कम रक्तस्त्राव, दवाइयों का कम दुष्प्रभाव, अस्पताल से जल्दी छुट्टी और कम तनाव होता है।