बिलासपुर
एनडीएमए और मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी की
छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 27 नवंबर। उत्तर भारत से लेकर मध्य भारत तक तेजी से बढ़ती शीतलहर के बीच राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आम लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। दोनों संस्थानों ने राज्यों और विभिन्न विभागों को व्यापक सतर्कता बरतने, तैयारियां बढ़ाने और लोगों को ठंड से बचाव के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य में अचानक तापमान गिरने और बर्फीली हवाओं के कारण ठंड का असर तेज हो गया है। इस मौसम में बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए स्वास्थ्य जोखिम बढ़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए एनडीएमए ने सभी विभागों को आम जनता तक सावधानियां पहुंचाने और जरूरतमंदों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं।
एडवाइजरी के अनुसार शीतलहर के दौरान अनावश्यक बाहर न निकलें, और निकलना पड़े तो गर्म कपड़े, मफलर, टोपी, दस्ताने और मोज़े जरूर पहनें। शरीर को गर्म रखने के लिए गर्म तरल पदार्थ लेते रहें। अगर किसी व्यक्ति में अत्यधिक कंपकंपी, उंगलियों में सफेद या पीला पड़ना, सुन्नपन, बोलने में दिक्कत या सांस लेने में भारीपन दिखे, तो ये हाइपोथर्मिया या फ्रॉस्टबाइट के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
एडवाइजरी में यह भी चेताया गया है कि ठंड से बचने के लिए बंद कमरे में कोयला जलाना बेहद खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इससे कार्बन मोनोक्साइड का खतरा बढ़ता है। यदि किसी व्यक्ति का शरीर तापमान बहुत कम हो जाए, तो उसे तुरंत गर्म जगह ले जाकर कंबल या जैकेट से ढंकें और डॉक्टर से सलाह लें। हाइपोथर्मिया जानलेवा अवस्था में बदल सकता है।
प्राधिकरण ने नागरिकों से अपील की है कि ठंड में सावधानी बरतें, मौसम के अनुसार कपड़े पहनें, आग जलाने पर कमरे में हवा आने-जाने का इंतजाम रखें, किसी भी स्वास्थ्य समस्या पर समय रहते अस्पताल जाएं और बच्चों व बुजुर्गों की विशेष देखभाल करें।


