बिलासपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 4 जून। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने मंगलवार को टीएल बैठक में अफसरों की जमकर क्लास ली। एग्रीस्टेक योजना में किसानों का पंजीयन बेहद धीमी गति से होने पर नाराजगी जताई। बोले – राज्य में हम 27वें नंबर पर हैं, सिर्फ 43 फीसदी किसानों का ही पंजीयन हुआ है, यह गंभीर बात है। उन्होंने कृषि और राजस्व विभाग को मिलकर विशेष शिविर लगाने और हर हाल में 100 प्रतिशत पंजीयन पूरा करने को कहा।
बैठक में कलेक्टर ने अरपा नदी का जिक्र करते हुए कहा कि यह बिलासपुर को प्रकृति की तरफ से एक खास तोहफा है। इसके दोनों किनारों को हरियाली से संवारने की जरूरत है। इसके लिए खनिज विभाग, जल संसाधन विभाग और नगर निगम को ज़िम्मेदारी दी गई है कि जनभागीदारी के साथ काम करें।
कलेक्टर ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के दूसरे चरण की भी समीक्षा की और कहा कि उद्यान व वन विभाग के पास भरपूर पौधे हैं, अब बस लगाने की तैयारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहान की दीदियां भी पेड़ लगाना चाहती हैं, उन्हें फलदार पौधे दें ताकि आगे चलकर उन्हें फायदा मिल सके।
उन्होंने सुझाव दिया कि हर ब्लॉक में एक क्षेत्र चुनकर वहां बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाए ताकि पर्यटन की संभावना भी विकसित हो। कलेक्टर ने अफसरों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री वृक्ष मित्र योजना के तहत किसानों को उनकी निजी ज़मीन में पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करें। वन विभाग की तरफ से तीन साल तक देखरेख के लिए अनुदान भी दिया जा रहा है।
बैठक में कलेक्टर ने जनदर्शन, पीएमओ पोर्टल और पीजीएन से मिले आवेदनों की प्रगति जानी। साथ ही हाई कोर्ट प्रकरणों की भी समीक्षा करते हुए कहा कि कोर्ट के जवाब समय पर जाएं, इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि सांसद और विधायक निधि से संबंधित कामों के प्राक्कलन 15 दिन में जमा करें, ताकि कार्यों की गति बढ़ाई जा सके। कलेक्टर ने मॉनसून को देखते हुए खाद-बीज की उपलब्धता की जानकारी भी ली। बैठक में नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, एडीएम शिवकुमार बनर्जी समेत अन्य विभागों के अफसर मौजूद थे।