बिलासपुर
एफआईआर दर्ज होने के बाद कथावाचक ने वीडियो जारी कर मांगी माफी
छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 13 नवंबर। तखतपुर क्षेत्र में चल रही भागवत कथा के दौरान मध्यप्रदेश से आए कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज के बयान के बयान से विवाद खड़ा हो गया है। कथावाचक ने प्रवचन में सतनामी समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद उनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में कथावाचक यह कहते सुने जा रहे हैं कि जो पहले सनातनी थे, वो अब सतनामी हो गए हैं, ये गाय काटने वाले लोग हैं। समाज के बारे में और कुछ आपत्तिजनक बातें की गईं।
वीडियो सामने आते ही सतनामी समाज के लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए। लोगों ने तखतपुर थाने पहुंचकर कथावाचक के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। समाज के प्रतिनिधियों का कहना था कि धार्मिक मंच से इस तरह की टिप्पणी न केवल उनकी भावनाओं को चोट पहुंचाती है, बल्कि समाज में नफरत फैलाने का प्रयास भी है। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।
विवाद बढ़ता देख पंडाल और आसपास के इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पुलिस ने कथावाचक पर एफआईआर भी दर्ज कर ली। उधर, आयोजकों ने माहौल शांत कराने के लिए कथा कार्यक्रम को रोक दिया।
एफआईआर दर्ज होने के बाद आशुतोष चैतन्य महाराज ने एक वीडियो जारी कर अपने बयान के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि अधूरी जानकारी के कारण उन्होंने टिप्पणी की थी। यदि उनकी बातों से कोई आहत हुआ है तो वह क्षमा चाहते हैं और भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि शिकायत पर जांच जारी है और आगे की कार्रवाई साक्ष्यों के आधार पर की जाएगी।
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