बिलासपुर

शहर की ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त, ट्रैफिक अधिकारी बेखबर
30-Oct-2024 12:47 PM
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त, ट्रैफिक अधिकारी बेखबर

मनमर्जी का ट्रैफिक 

आम जनमानस का सुझाव ट्रैफिक पुलिस को संज्ञान लेकर ट्रैफिक व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करना चाहिए

बिलासपुर, 30 अक्टूबर। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस को इससे कोई सरोकार नहीं है, ट्रैफिक पुलिस को शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए कि शहर के लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी हो इसके लिए शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर ट्रैफिक साइन के बड़े होर्डिंग लगाये जाने शहरवासियों ने मांग किया है। 

इसके बारे में लोगों को सोशल मीडिया जैसे-ट्रैफिक पुलिस बिलासपुर के फेसबुक पेज पर "आपकी बात, ट्रैफिक पुलिस के साथ व व्हाट्सएप पर ट्रैफिक जागरूकता अभियान नियमित रूप से चलाया जाने की और शहर में नियमित रूप से अभियान चलाकर बिना परमिट व लाइसेंस के ऑटो चलाने वालों के लाइसेंस रद्द करने की कार्यवाही मांग किया गया।

लोगों का कहना है कि ड्रेस कोड की भी नियमित रूप से जांच ट्रैफिक पुलिस को करना चाहिए। ऑटो रिक्शा में विभिन्न जगहों की किराया सूची चस्पा कराया जाना चाहिए और ऑटो रिक्शा वालों को चौक-चौराहों पर स्टॉपर लगाकर ही निकाला जाना चाहिए इसके लिए ट्रैफिक पुलिस के एक जवान को तैनात किया जाना चाहिए, जिससे ऑटो वालों की मनमानी पर लगाम लगाई जा सकेगी और ट्रैफिक के प्रति जागरूक लोगों को "ट्रैफिक मितान" बनाया जाना चाहिए और उन्हें प्रशिक्षण देकर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों, व्यस्ततम क्षेत्रों व स्कूल-कालेजों के पास तैनात किया जाना चाहिए। 

नेहरू चौक, महामाया चौक, मन्दिर चौक, स्मार्ट सिटी नेहरू नगर जैसे व्यस्ततम चौक पर जेब्रा क्रोसिंग पूरी तरह से मिट चुकी है इस पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए और स्मार्ट सिटी नेहरू नगर से नर्मदा नगर को जोड़ने वाली सड़क पर जो ट्रैफिक सिग्नल लगाया गया है लेकिन वह कई समय से बंद है, इसे लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शुरू कराया जाना चाहिए और यही कुछ ही दूरी पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने के लिए खम्बा लगाकर छोड़ दिया गया है जिसमें ट्रैफिक सिग्नल लगाया जाना चाहिए, क्योकि यहाँ चारों तरफ से ट्रैफिक का भारी दबाव रहता है। जिससे दुर्घटना की आशंका लगी रहती है और महानगरों के तर्ज पर बिलासपुर व उसलापुर रेल्वे स्टेशन में प्री पेड बूथ जो बार बार रेल्वे प्रशासन की लापरवाही के कारण बंद हो जाता है उसे व्यवस्थित रूप से शुरू किया जाना चाहिए और यहाँ आरपीएफ के जवानों की तैनाती की जानी चाहिए और लापरवाह आटो चालकों पर जुर्माने के साथ ही एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्यवाही रेल्वे प्रशासन व आरपीएफ को करना चाहिए, जिससे यात्रियों को प्री पेड बूथ की बेहतर सेवा उपलब्ध हो सके।


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