बिलासपुर
सीवीआरयू में राष्ट्रीय कार्यशाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर,9 जनवरी। डॉ.सी.व्ही.रमन विश्वविद्यालय में विकसित भारत कार्यक्रम के तहत गीता ज्ञान की प्रासंगिकता विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। भाषा विज्ञान विभाग, भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र एवं छत्तीसगढ़ी शोध एवं सृजनपीठ द्वारा आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित इस्कॉन के महंत ब्रम्हचारी प्रियादास ने कहा कि गीता में जीवन के समस्त प्रश्नों एवं संघर्षों का समाधान है। इस मौके पर उपस्थित पंडित संतोष शर्मा ने कहा कि वेद पुराणों का समग्र ज्ञान विज्ञान गीता में ही समाहित है। जो वैज्ञानिक आज रिसर्च कर बता रहे हैं, वह हमारे पुराणों में वर्षो से ऋषि मुनियों ने लिख दिया था।
कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि गीता में शाश्वत ज्ञान विज्ञान का सार है। यदि व्यक्ति जीवन में इसे ग्रहण कर ले, तो जीवन सरल और सुगम हो जाएगा।
कुलसचिव गौरव शुक्ला ने कहा कि भारतीय सनातन ज्ञान पूर्णत: वैज्ञानिक है। इससे विद्यार्थियों को जोडऩे के सभी प्रकल्प विष्वविद्यालय में उपलब्ध हैं। इस ओर हम विद्यार्थियों को निरंतर प्रेरित कर रहे हैं। इस अवसर पर अधिष्ठाता डॉ.अरविंद तिवारी, डॉ.वेद प्रकाश मिश्रा, सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।


