बिलासपुर
पुलिस ने 12 दिन बाद की कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 अगस्त। तखतपुर थाने के ढनढन ग्राम में खंभे से बांधकर एक ग्रामीण की पिटाई करने के मामले में पुलिस ने 12 दिन बाद कार्रवाई करते हुए सरपंच उमेश ध्रुव और उसके बेटे सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी जेल भेज दिए गए हैं।
मालूम हो कि कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें देखा गया था कि एक ग्रामीण को एक खंभे से बांधकर कई लोग गाली गलौज करते हुए पिटाई कर रहे हैं। बाद में पीड़ित ग्रामीण शिवचरण डहरिया ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसने सरपंच उमेश ध्रुव को प्रधानमंत्री आवास आवंटित कराने के लिए 20 हजार रुपए नगद रिश्वत में दिए थे लेकिन जब आवास की स्वीकृति हुई तो सूची में उसका नाम नहीं मिला।
आवास नहीं मिलने के कारण वह कई बार पैसे मांग चुका था, पर सरपंच वापस करने में आनाकानी कर रहा था। घटना के दिन 8 अगस्त को शाम 6 बजे जब उसने फिर पैसे लौटाने की बात की तो चौराहे पर सरपंच और उसके साथियों ने उसके साथ गाली-गलौज की। मारपीट करते हुए वे उसे उठाकर गांव के एक होटल के अंदर ले गए। वहां लोहे के खंभे से उसके हाथ को बांध दिया गया और गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी तथा डंडे और लोहे की राड से मारपीट की। पीड़ित शिवचरण के सर जबड़े पीठ में गंभीर चोट आई और वह बेहोश हो गया। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 147, 148, 294, 506 323 व 342 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था। इस मामले में राजनीति भी हो रही थी।
सरपंच संघ के पदाधिकारी आरोपी उमेश ध्रुव के पक्ष में आ गए थे। इसके चलते पुलिस को गिरफ्तारी में देरी हुई। आज इन सभी को गिरफ्तार किया गया और कोर्ट में पेश कर दिया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इनके खिलाफ अलग से धारा 151, 107, 116 (3) सीआरपीसी के तहत भी कार्रवाई की गई है। गिरफ्तार आरोपियों में सरपंच उमेश ध्रुव के अलावा उसका बेटा नरेंद्र भी शामिल है। इसके अलावा दिनेश निर्मलकर, शिवम निर्मलकर, हरीश कौशिक, निरंजन लाल कौशिक, मल्लू गोंड, अजय केवट, रमेश मरावी, आकाश साहू और संजय साहू जेल भेजे गए हैं।


