बिलासपुर
एनेस्थीसिया का ओवरडोज देने की आशंका, पुलिस ने जांच शुरू की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 8 जुलाई। दुर्घटना के 2 साल बाद हाथ में लगे रॉड को निकलवाने के लिए अस्पताल गए युवक की ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी शुरू करने से पहले ही मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि एनेस्थीसिया का ओवरडोज देने के कारण उसकी जान चली गई।
समीपस्थ ग्राम खम्हरिया के 27 वर्षीय प्रवेश कुमार कौशिक का 2 साल पहले कानन पेंडारी के पास बाइक एक्सीडेंट हुआ था, जिससे उसके बाएं हाथ की कोहनी टूट गई थी। इलाज के दौरान ऑपरेशन कर उसे रोड लगाया गया था, जिसे डॉक्टरों ने बाद में निकलवा लेने की सलाह दी थी।
शुक्रवार की शाम 4 बजे उसे मंगला चौक पर स्थित बिलासपुर अस्पताल में ऑपरेशन के लिए वह पहुंचा। आवश्यक जांच के बाद डॉक्टर उसे ऑपरेशन थिएटर ले गए। कुछ ही देर बाद प्रवेश की भीतर से चीखने की आवाज आई। तुरंत डॉक्टर बाहर निकल आए। वहां मौजूद प्रवेश के भाई शैलेंद्र को उन्होंने बताया कि उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गई है। शैलेंद्र और परिजनों को भरोसा नहीं हुआ कि उसे हार्ट अटैक आया है। इसकी किसी तरह से कोई शिकायत उसे नहीं थी। वह पूरी तरह स्वस्थ था। वह केवल डॉक्टरों की सलाह के कारण रॉड निकलवाने के लिए अस्पताल आया था। परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। पुलिस ने जांच करने की बात कहते हुए उसका आवेदन लिया है। आज पोस्टमार्टम कराने के बाद उसका शव परिजनों को सौंप दिया गया।


