बिलासपुर

मेक माय ट्रिप का एजेंट बनाने के नाम पर 40.75 लाख की ठगी
13-Feb-2023 12:34 PM
 मेक माय ट्रिप का एजेंट बनाने के नाम पर 40.75 लाख की ठगी

शुरुआत में कमीशन के नाम पर पैसे भेजकर लिया झांसे में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 फरवरी।
जालसाजों के झांसे में आकर निजी कंपनी में काम करने वाला एक युवक 40 लाख 75 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गया।

शुभम विहार मंगला के देवेंद्र कुमार वस्त्रकार मोबाइल फोन पर 4 फरवरी को एक अनजान नंबर से मैसेज आया। इसमें उसे मेक माय ट्रिप का एजेंट बनने का ऑफर दिया गया था। इसमें पार्ट टाइम काम करके प्रतिदिन 600 से 5 हजार रुपए तक कमीशन मिलने की बात कही गई थी। मैसेज का जवाब देकर युवक ने एजेंट बनने में दिलचस्पी दिखाई। इसके बाद एक युवती का उसके पास फोन आया। उसने कंपनी में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लिंक भेजा।

युवक ने भेजे गए लिंक पर क्लिक करके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की। इसके बाद उसे 60 ऑर्डर पूरा करने का टारगेट दिया गया और होटलों को मिलने वाली रेटिंग के बदले में कमीशन देने की बात की गई। युवक ने कुछ काम शुरू किया तो उसके खाते में जालसाजों ने पहले 500 रुपए फिर 6000 रुपए और उसके बाद 18 हजार रुपए जमा किए। अगले दिन उसे एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जिसमें 20 मोबाइल नंबर दिखाई दे रहे थे। मगर इसी बीच उसके खाते में आए, पैसे निकल गए। जो नाम व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़े गए थे, उनकी पोस्ट दिखाई से देता था कि अन्य लोगों ने भारी कमाई की है। इन्हें रेटिंग के द्वारा प्लस में दिखाया जाता था।

 युवक को लगा कि वह भी ऐसी कमाई कर सकता है। तीसरे चौथे दिन से उसकी रेटिंग माइनस दिखाई देने लगी। जब उसने इस बारे में पूछा तो जालसाजों ने अपने अकाउंट में 40 लाख 75 हजार  ट्रांसफर करने कहा। यह झांसा दिया कि इससे उसकी रेटिंग प्लस हो जाएगी और ज्यादा कमीशन मिलेगा साथ ही ये रुपए उसे वापस हो जाएंगे। युवक ने उनके अकाउंट में पैसे जमा कराए, मगर उसकी रेटिंग फिर भी प्लस नहीं आई। तब ठगों ने उसे 32 लाख 62 हजार 430 रुपए और जमा करने के लिए कहा। युवक को तब अंदेशा हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गया है। और रुपया जमा करने से मना करने पर उसे व्हाट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया। साथ ही फोन और मैसेज का जवाब आना बंद हो गया। युवक ने तब सिविल लाइन थाने जाकर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है।


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